मुझे कुछ समय और अपने पद पर बने रहना था : नारायण मूर्ति

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इंफोसिस कंपनी के संस्थापकों में से एक एनआर नारायण मूर्ति को कंपनी के चेयरमैन पद छोड़ने का मलाल है। नारायण मूर्ति ने कहा कि उन्हें अन्य सह-संस्थापकों की बात माननी चाहिए थी और पद पर बने रहना चाहिए था।
गौरतलब है कि नारायण मूर्ति ने 2014 में कंपनी के चेयरमैन का पद से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि वो आज भी हर रोज इंफोसिस परिसर में जाते है। हाल ही में नारायण मूर्ति और कंपनी के मौजूदा प्रबंधन प्रमुख विशाल सिक्का के बीच कंपनी के कामकाज संचालन के मुद्दे पर विवाद हुआ था।
1981 की थी कंपनी की स्थापना
गौरतलब है कि नारायण मूर्ति ने इंफोसिस की स्थापना 6 सॉफ्टवेयर प्रोफेशनल के साथ 1981 में की थी। मूर्ति ने 21 सालों तक 1981 से 2002 तक इंफोसिस के सीईओ बनकर सेवा दी और बाद में उन्होंने नंदन नीलेकनि को अपने पद का उत्तराधिकारी बनाया। 2002 से 2006 तक वे बोर्ड के चेयरमेन थे। बाद में वे बोर्ड और मुख्य सलाहकार समिति के भी चेयरमेन बने। अगस्त 2011 में चेयरमेन के पद पर रहते हुए वे कंपनी से रिटायर हो गए। 2014 में फिर उन्होंने कपंनी को अलविदा कह दिया।
Created On :   18 July 2017 3:30 PM IST