नौसेना प्रमुख ने निकोबार में नौसेना वायु स्टेशन पर तैयारियों की समीक्षा की

Navy Chief reviews preparations at Naval Air Station in Nicobar
नौसेना प्रमुख ने निकोबार में नौसेना वायु स्टेशन पर तैयारियों की समीक्षा की
नौसेना प्रमुख ने निकोबार में नौसेना वायु स्टेशन पर तैयारियों की समीक्षा की
हाईलाइट
  • नौसेना प्रमुख ने निकोबार में नौसेना वायु स्टेशन पर तैयारियों की समीक्षा की

नई दिल्ली, 13 नवंबर (आईएएनएस)। चीन के साथ चल रहे सीमा विवाद के बीच भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने ऑपरेशनल तैयारियों की समीक्षा करने के लिए शुक्रवार को ग्रेट निकोबार द्वीप की कैंपबेल खाड़ी में नौसेना एयर स्टेशन आईएनएस बाज का दौरा किया। उन्होंने नौसेना जवानों के साथ दिवाली की पूर्व संध्या पर एकजुटता भी व्यक्त की।

भू-रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण एयर स्टेशन आईएनएस बाज, हिंद महासागर क्षेत्र से गुजरने वाले महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय सागर लेन की निगरानी करता है। यह सबसे अधिक सैन्यीकृत क्षेत्रों में से एक है, इसलिए आईएनएस बाज का महत्व काफी बढ़ जाता है।

उन्हें कमांडर-इन-चीफ, अंडमान और निकोबार कमांड, लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे द्वारा कमांड की ऑपरेशनल (परिचालन) तैयारियों और बुनियादी ढांचे के पहलुओं पर जानकारी दी गई, जिसमें प्रचलित सुरक्षा परि²श्य में तत्परता भी शामिल है।

आईएनएस बाज में कर्मियों के साथ बातचीत के दौरान, एडमिरल करमबीर सिंह ने रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण आधार को हर समय चालू रखने में उनके योगदान को स्वीकार किया।

इस अवसर पर भारतीय सेना, भारतीय वायु सेना, तटरक्षक बल, डीएससी और जीआरईएफ के साथ-साथ रक्षा नागरिक भी उपस्थित रहे।

एयरबेस कई सैन्य विमानों के संचालन का समर्थन करता है, जो बंगाल की दक्षिणी खाड़ी, दक्षिण अंडमान सागर, मलक्का स्ट्रैट्स और दक्षिणी हिंद महासागर पर निगरानी को सक्षम बनाता है।

आईएनएस बाज सिविल अधिकारियों को भी सहायता प्रदान करता है, जिसमें आकस्मिक निकासी, मानवीय सहायता और आपदा राहत, खोज एवं बचाव जैसे कार्य शामिल हैं। यह निकोबार समूह के द्वीप समूह में तैनात जहाजों के परिचालन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

इस महीने की शुरूआत में, एडमिरल सिंह ने दिल्ली में नेशनल डिफेंस कॉलेज के वेबिनार में अपने संबोधन में कहा था कि सरकार की पहल के तहत हिंद महासागर क्षेत्र में भारत रणनीतिक स्तरों पर विभिन्न राष्ट्रों के साथ सक्रिय रूप से संलग्न है।

उन्होंने यह भी कहा था कि हिंद महासागर क्षेत्र सबसे अधिक सैन्यीकृत क्षेत्रों में से एक है, साथ ही कम एकीकृत क्षेत्रों में से एक है।

एकेके/जेएनएस

Created On :   13 Nov 2020 3:30 PM GMT

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