राफेल सौदे में कोई घोटाला नहीं हुआ, इसकी बोफोर्स से तुलना न करें : रक्षा मंत्री
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राफेल सौदे को लेकर रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण का बयान सामने आया है। सीतारमण ने राफेल जेट सौदे की तुलना बोफोर्स से न करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि यहां कोई घोटाला नहीं हुआ है। बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी राफेल डील पर केंद्र सरकार से कई बार सवाल कर चुके हैं। कई सभाओं में राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर राफेल को लेकर चुप रहने पर निशाना साधा है।
यहां कोई घोटाला नहीं हुआ
शनिवार को रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण एक प्रेस कन्फ्रेंस में पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रही थी। इसी बीच जब जब संवाददाताओं ने पूछा कि क्या राफेल समझौते का हश्र बोफोर्स जैसा होगा तो उन्होंने कहा कि राफेल सौदे की तुलना भी बोफोर्स से मत कीजिए। यहां कोई घोटाला नहीं हुआ है। सीतारमण ने कहा कि सोमवार से संसद के बजट सत्र के दौरान अगर कांग्रेस राफेल जेट खरीद के मुद्दे को उठाती है तो उसका स्वागत है। उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस द्वारा मुद्दा उठाने का स्वागत करेंगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस चुनावों में मिल रही लगातार हार से और बीजेपी के जनता में बढ़ते विश्वास से परेशान है इसलिए बिना आधार के आरोप लगाकार जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश की जा रही है।
रक्षा मंत्री गोवा में मछली खरीद रहे थे और मोदी जी ने राफेल कॉन्ट्रैक्ट बदल दिया
हाल ही में कर्नाटक के सौंदत्ती में एक जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि "रक्षा मंत्री गोवा में थे, मछली की दुकान में मछली खरीद रहे थे और उनको पता भी नहीं था कि मोदी जी ने राफेल का कॉन्ट्रैक्ट बदल दिया।" इससे पहले पहले राहुल गांधी ने अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से एक ट्वीट किया था, जिसमें राफेल डील और PNB स्कैम को लेकर सवाल खड़े किए थे। राहुल ने अपने ट्वीट में कहा "मोदी जी, पिछले महीने मन की बात प्रोग्राम के लिए मेरे सजेशंस को आपने नजरअंदाज किया था। आप अपने प्रोग्राम के लिए आइडियाज़ क्यों मांगते हैं, जबकि आप दिल से इस बात को जानते हैं कि भारत आपसे क्या सुनना चाहता है?" इस ट्वीट में राहुल ने मन की बात प्रोग्राम के लिए फिर से सुझाव देते हुए कहा कि "नीरव मोदी की 22 हजार करोड़ की लूट और भागने पर और 58 हजार करोड़ के राफेल स्कैम पर बोलें। आपके उपदेशों का मैं इंतजार कर रहा हूं।"
क्या है राफेल डील?
भारत ने 2010 में फ्रांस के साथ राफेल फाइटर जेट खरीदने की डील की थी। उस वक्त यूपीए की सरकार थी और 126 फाइटर जेट पर सहमित बनी थी। इस डील पर 2012 से लेकर 2015 तक सिर्फ बातचीत ही चलती रही। इस डील में 126 राफेल जेट खरीदने की बात चल रही थी और ये तय हुआ था कि 18 प्लेन भारत खरीदेगा, जबकि 108 जेट बेंगलुरु के हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड में असेंबल होंगे यानी इसे भारत में ही बनाया जाएगा। फिर अप्रैल 2015 में मोदी सरकार ने पेरिस में ये घोषणा की कि हम 126 राफेल फाइटर जेट को खरीदने की डील कैंसिल कर रहे हैं और इसके बदले 36 प्लेन सीधे फ्रांस से ही खरीद रहे हैं और एक भी राफेल भारत में नहीं बनाया जाएगा।
Created On :   3 March 2018 10:59 PM IST