राहुल अब मेरे भी 'बॉस', इसमें कोई शक नहीं होना चाहिए : सोनिया गांधी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष और यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने गुरुवार को कहा कि पार्टी के नए अध्यक्ष राहुल गांधी अब उनके भी "बॉस" हैं और इसमें कोई शक नहीं होना चाहिए। पार्लियामेंट्री बोर्ड की मीटिंग में शामिल होने पार्टी हेडक्वार्टर पहुंची सोनिया गांधी ने मीडिया से बात करते हुए ये भी कहा कि गुजरात और राजस्थान के नतीजे बताते हैं कि बदलाव की हवा बह रही है। बता दें कि 16 दिसंबर को राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर कमान संभाली है।
राहुल अब मेरे भी "बॉस"
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सानिया गांधी कांग्रेस की पार्लियामेंट्री बोर्ड की मीटिंग में शामिल होने पार्टी हेडक्वार्टर आई थीं। इस दौरान उन्होंने कहा कि "हमारे पास एक नया कांग्रेस अध्यक्ष है। आपकी और मेरी तरफ से मैं उन्हें शुभकामनाएं देती हूं। अब वो मेरे भी बॉस हैं और इसमें किसी भी तरह का कोई शक नहीं होना चाहिए।" इस मौके पर सोनिया ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि "इस सरकार को आए हुए 4 साल हो गए हैं और इन सालों में संसद, ज्यूडीशियर, मीडिया और सिविल सोसायटी जैसे इंस्टीट्यूशंस खतरे में आ गए हैं। सरकार खुलेआम इन्वेस्टिगेशन एजेंसियों का इस्तेमाल राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ कर रही है।"
अब बदलाव की हवा बह रही है
इसके आगे सोनिया ने मीडिया से बात करते हुए गुजरात और राजस्थान के नतीजों का जिक्र करते हुए कहा कि "गुजरात में कांग्रेस ने कठिन हालातों में अच्छा प्रदर्शन किया है। राजस्थान बाईपोल में भी हमें कामयाबी मिली है। ये दिखाता है कि अब बदलाव की हवा बहने लगी है।" सोनिया ने आगे कहा कि "मैं ये बात अच्छे से जानतू हूं कि कर्नाटक में भी कांग्रेस फिर से वापसी करेगी।" बता दें कि गुजरात विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने 77 सीटें जीती थी। जबकि राजस्थान कांग्रेस ने अजमेर-अलवर की लोकसभा और मांडलगढ़ की विधानसभा सीट पर जीत हासिल की थी।
16 दिसंबर को राहुल ने संभाली है कमान
बता दें कि राहुल गांधी ने बतौर कांग्रेस प्रेसिडेंट 16 दिसंबर को पार्टी की कमान संभाली है। उन्हें पार्टी की कमान उनकी मां और 19 सालों तक कांग्रेस प्रेसिडेंट रही सोनिया गांधी ने सौंपी। हालांकि राहुल गांधी 11 दिसंबर को ही पार्टी के प्रेसिडेंट बन गए थे, लेकिन चुनावों में बिजी होने के कारण 16 दिसंबर को उन्होंने पार्टी की कमान संभाली। इससे पहले 4 दिसंबर को राहुल गांधी ने पार्टी प्रेसिडेंट के लिए नॉमिनेशन फाइल किया था।
नेहरू-गांधी परिवार के 6वें शख्स हैं राहुल
कांग्रेस के प्रेसिडेंट बनते ही राहुल गांधी नेहरू-गांधी परिवार के 6वें शख्स बन गए हैं, जो इस पद की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। उनसे पहले इस परिवार से मोतीलाल नेहरू, जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और सोनिया गांधी इस पद को संभाल चुकी हैं। बता दें कि राहुल से पहले उनकी मां सोनिया गांधी 19 साल से इस पद को संभाल रहीं हैं। अपने पति और फॉर्मर प्राइम मिनिस्टर राजीव गांधी की मौत के 7 साल बाद यानी 1998 में कांग्रेस प्रेसिडेंट बनीं थीं।
सबसे ज्यादा समय तक सोनिया रहीं अध्यक्ष
कांग्रेस की प्रेसिडेंट के रूप में सबसे ज्यादा समय तक सोनिया गांधी रहीं हैं। अपने पति और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की मौत के 7 साल बाद यानी 1998 में सोनिया कांग्रेस की प्रेसिडेंट बनीं थीं। इसके बाद 19 साल तक सोनिया इस पद पर रहीं हैं। अब राहुल गांधी इस पद की जिम्मेदारी संभालेंगे। 132 साल पुरानी कांग्रेस पार्टी में 45 साल तक कांग्रेस की कमान नेहरू-गांधी परिवार ने ही संभाली है। सोनिया से पहले जवाहरलाल नेहरू 11 साल तक इस पद पर रहे। उनके बाद इंदिरा गांधी 7 साल, राजीव गांधी 6 साल और मोतीलाल नेहरू 2 साल तक कांग्रेस प्रेसिडेंट रहे।
Created On :   8 Feb 2018 12:30 PM IST