सुसाइड या मर्डर: हरियाणा की सैनी सरकार ने भारी विरोध के बाद शिक्षिका मनीषा की मौत के मामले में सीबीआई जांच का किया ऐलान

- मेरी बेटी कभी आत्महत्या नहीं कर सकती : पिता संजय
- सर्वखाप ने महापंचायत की और पुलिस की थ्योरी पर असहमति जताई
- अंतिम संस्कार करने के लिए प्रशासन ने कमेटी और कमेटी ने मुझ पर दबाव बनाया- पिता
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। शिक्षिका मनीषा की मौत के मामले ने एक बार फिर नया मोड़ ले लिया। ग्रामीणों के भारी विरोध के बाद देर रात हरियाणा सरकार ने मामले की सीबीआई जांच कराने का ऐलान किया। राज्य के मुखिया नायब सिंह सैनी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा है कि भिवानी की हमारी बेटी मनीषा और उनके परिवार को न्याय दिलाने के लिए प्रदेश सरकार तथा पुलिस प्रशासन पूरी गंभीरता और पारदर्शिता के साथ कार्य कर रहे हैं। मैं स्वयं लगातार इस मामले की रिपोर्ट ले रहा रहा हूँ। परिवार की माँग के आधार पर हरियाणा सरकार निष्पक्ष जांच के लिए इस केस को CBI को सौंपने जा रही है। इस मामले में पूरा न्याय किया जाएगा।
आपको बता दें तमाम रिपोर्टों के आधार पर पुलिस ने मनीषा की मौत को सुसाइड बताया है। इसी को लेकर परिजनों के साथ समाज ने पुलिस जांच को झूठा बताते हुए सीबीआई जांच की मांग की। बीते दिन ढाणी लक्ष्मण में पंचायत ने एलान किया कि न्याय मिलने तक मनीषा के शव का अंतिम संस्कार नहीं होगा और मामले की सीबीआई से जांच कराई जाए। जिसके बाद मंगलवार देर रात सीएम सैनी ने एलान किया कि मनीषा हत्याकांड की जांच सीबीआई करेगी।
इससे एक दिन पहले मंगलवार को ग्रामीणों ने ढाणी लक्ष्मण को चारों तरफ से सील कर दिया। पूरा क्षेत्र छावनी बन गया था। भिवानी व चरखी दादरी जिले में इंटरनेट सेवा बंद कर दी। दरअसल मनीषा के पिता संजय ने कहा कि मेरी बेटी कभी आत्महत्या नहीं कर सकती। मुझे उस पर विश्वास है। प्रशासन आत्महत्या की झूठी कहानी गढ़ रहा है।
पुलिस अधीक्षक सुमित कुमार ने सोमवार देर शाम को सुनारिया लैब से विसरा जांच रिपोर्ट मिलने के बाद बताया कि मेडिकल रिपोर्ट के मुताबिक मनीषा की मौत कीटनाशक से हुई। मनीषा के शरीर में कीटनाशक के अंश मिले हैं। हरियाणा के भिवानी के ढाणी लक्ष्मण निवासी शिक्षिका मनीषा की मौत कीटनाशक से हुई थी।
Created On :   20 Aug 2025 9:26 AM IST