New Delhi News: वर्धा-भुसावल तीसरी और चौथी लाइन को मिली मंजूरी, गोंदिया-डोंगरगढ़ चौथी लाइन को भी हरी झंडी

वर्धा-भुसावल तीसरी और चौथी लाइन को मिली मंजूरी, गोंदिया-डोंगरगढ़ चौथी लाइन को भी हरी झंडी
  • केंद्रीय मंत्रिमंडल ने चार मल्टी ट्रैकिंग परियोजनाओं को दी मंजूरी
  • गोंदिया-डोंगरगढ़ चौथी लाइन को भी हरी झंडी

New Delhi News. केंद्र सरकार ने महाराष्ट्र समेत चार राज्यों को चार बड़ी मल्टी ट्रैकिंग रेल परियोजनाओं की सौगात दी है। इसमें दो रेल परियोजना महाराष्ट्र के लिए है। इन परियोजनाओं की कुल अनुमानित लागत लगभग 24,634 करोड़ रुपए है और इनका निर्माण 2030-31 तक पूरा होने की उम्मीद है। इसमें महाराष्ट्र की वर्धा-भुसावल तीसरी और चौथी लाइन तथा गोंदिया-डोंगरगढ़ चौथी लाइन परियोजना शामिल है। भुसावल-वर्धा तीसरी और चौथी लाइन परियोजना पर 9,197 करोड़ और गोंदिया-डोंगरगढ़ चौथी लाइन परियोजना पर 2,233 करोड़ की लागत आएगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात और छत्तीसगढ़ में चार बड़ी मल्टी ट्रैकिंग रेलवे परियोजनाओं को मंजूरी दी है। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंत्रिमंडल के फैसले की जानकारी देते हुए बताया कि इन परियोजनाओं के 2030-31 तक पूरा होने की उम्मीद है। इन परियोजनाओं से भारतीय रेलवे के मौजूदा नेटवर्क में लगभग 894 किलोमीटर की वृद्धि होगी।

314 किमी है वर्धा-भुसावल खंड

वैष्णव ने बताया कि जिन परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है, उसमें वर्धा-भुसावल तीसरी और चौथी लाइन (314 किमी, महाराष्ट्र), गोंदिया-डोंगरगढ़ चौथी लाइन (84 किमी, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़), वडोदरा-रतलाम तीसरी और चौथी लाइन (259 किमी, गुजरात और मध्य प्रदेश), और इटारसी-भोपाल-बीना चौथी लाइन (237 किमी, मध्य प्रदेश) शामिल हैं। ये परियोजनाएं कुल 18 जिलों को कवर करेंगी और लगभग 3,633 गांवों को रेल संपर्क प्रदान होगा, जिससे लगभग 85.84 लाख लोग लाभान्वित होंगे।

वर्धा-भुसावल तीसरी और चौथी लाइन के निर्माण से जलगांव, बुलढाणा, अकोला और अमरावती के लोगों को लाभ मिलेगा। इस परियोजना में 4 महत्वपूर्ण पुल, 72 बड़े और 537 छोटे पुलों का निर्माण किया जाएगा। 10 रोड ओवरब्रिज, 62 रोड अंडर ब्रिज होंगे। वहीं, गोंदिया-डोंगरगढ़ चौथी लाइन में 15 बड़े और 123 छोटे पुल बनेंगे। एक सुरंग, 3 ओवरब्रिज और 22 रोड अंडर ब्रिज का निर्माण किया जाएगा।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कि इन मल्टी-ट्रैकिंग परियोजनाओं से रेल लाइन की क्षमता में वृद्धि होगी, भीड़भाड़ कम होगी और संचालन की दक्षता व सेवा विश्वसनीयता में सुधार होगा। इसके अलावा, इन परियोजनाओं से वार्षिक अतिरिक्त माल परिवहन क्षमता 78 मिलियन टन प्रतिवर्ष होगी।

Created On :   7 Oct 2025 7:30 PM IST

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