नीतीश को समर्थन, मध्यावधि चुनाव के पक्ष में नहीं : सुशील मोदी

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नीतीश को समर्थन, मध्यावधि चुनाव के पक्ष में नहीं : सुशील मोदी

डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार में महागठबंधन सरकार में शामिल जदयू और राजद में जारी कटुता के बीच भाजपा ने रविवार को कहा कि वह मध्यावधि चुनाव के पक्ष में नहीं है। भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के रुख का समर्थन करते हुए कहा कि हम मध्यावधि चुनाव के पक्ष में नहीं है । ऐसी स्थिति उत्पन्न नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी महागठबंधन सरकार को तोडने में विश्वास नहीं रखती और हम चाहते हैं कि यह सरकार अपना कार्यकाल पूरा करे।

बिहार विधान परिषद में विपक्ष के नेता सुशील ने इस दौरान आरोप लगाया कि राजनीति और लठैती का फर्क मिटा चुके राजद प्रमुख लालू प्रसाद को लग रहा है कि वे अपने 80 विधायकों की लाठी के बल पर नीतीश कुमार को झुका देंगे। वहीं जदयू को भी लग रहा है कि सरकार गिरने के डर से लालू प्रसाद झुक जाएंगे। सरकार गिरने से दोनों पक्ष डरे हुए है इसलिए उनके बीच शह-मात का खेल चल रहा है। उन्होंने कहा कि महागठबंधन के इन दोनों दलों के बीच जारी गतिरोध का खामियाजा पूरा बिहार भुगत रहा है। शासन-प्रशासन के सारे काम ठप्प पड़े हैं।

सुशील मोदी ने कहा कि भाजपा तेजस्वी यादव के भ्रष्टाचार के खिलाफ नीतीश कुमार के लिए गए रूख के साथ है। जदयू-राजद के बीच जल्द से जल्द आर-पार का फैसला होना चाहिए। सुशील ने कहा, 'तेजस्वी यादव को अगर लम्बी राजनीति करनी है तो आरोपमुक्त होने तक उन्हें खुद इस्तीफा दे देना चाहिए। अपने पिता (लालू प्रसाद) के साए से बाहर निकल कर उन्हें ऐलान करना चाहिए कि जब वे नासमझ थे तब अपने पिता के कहने पर अनेक कंपनियों के कागजात पर दस्तखत कर दिए।'

भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि दरअसल तेजस्वी को उनके पिता ने ही अपने भ्रष्टाचार के दलदल में फंसाया है । ऐसे में तेजस्वी को लालू प्रसाद नहीं बल्कि शरद यादव का अनुसरण करना चाहिए जिन्होंने हवाला कांड में नाम आने के तत्काल बाद लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था ।

Created On :   16 July 2017 9:32 PM IST

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