चुनाव आयोग जाएंगे 17 विपक्षी दल, बैलेट पेपर से मतदान की करेंगे मांग
- 17 विपक्षी दलों का एक प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग से मिलेगा और बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग करेगा।
- ईवीएम के बजाय बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग एक बार फिर जोर पकड़ती दिख रही है।
- पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के विपक्षी पार्टियों से मुलाकात में यह बात उठाई गई थी।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ईवीएम के बजाय बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग एक बार फिर जोर पकड़ती दिख रही है। सूत्रों के हवाले से न्यूज एजेंसी एएनआई ने खबर दी है कि इस सिलसिले में 17 विपक्षी दलों का एक प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग से मिलेगा। दिलचस्प यह है कि इन दलों में केंद्र और महाराष्ट्र सरकार में बीजेपी की सहयोगी शिव सेना भी शामिल है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विपक्षी पार्टियों से मुलाकात में यह बात उठाई थी।
17 political parties to approach Election Commission, demanding 2019 general elections be conducted on ballot paper: Sources
— ANI (@ANI) August 2, 2018
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जल्द ही इस मामले को लेकर 17 दलों की बैठक होगी। बैठक में ईवीएम के बजाय बैलट पेपर से चुनाव कराने को लेकर मंथन किया जाएगा और फिर इन दलों का प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग से मिलकर ज्ञापन सौंपेगा। ईवीएम की जगह बैलट पेपर से चुनाव की मांग करने वाली पार्टियों में समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, नैशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी, आम आदमी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस प्रमुख हैं। इसके अलावा वाईएसआर कांग्रेस, डीएमके, जेडीएस, टीडीपी के अलावा लेफ्ट पार्टियां भी बैलट पेपर से चुनाव कराने की मांग कर चुकी हैं।
ईवीएम में गड़बड़ी के आरोप लंबे समय से विपक्षी दल लगाते रहे हैं। 2014 चुनाव के बाद कई पार्टियों ने ईवीएम में गड़बड़ी को अपनी हार का जिम्मेदार ठहराया था। उत्तरप्रदेश चुनाव के बाद भी बीएसपी और एसपी ने ईवीएम में गड़बड़ी की बात कही थी। वहीं पंजाब चुनाव के बाद आम आदमी पार्टी के प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी ईवीएम का मुद्दा उठाया था। गुजरात चुनाव में भी पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने ईवीएम गड़बड़ी के आरोप लगाए थे। ऐसे में अब 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव को देखते हुए विपक्षी दल एक बार फिर सरकार को घेरने की रणनीति बनाने में जुट गई है।
Created On :   2 Aug 2018 10:40 PM IST