राफेल डील विश्व का सबसे बड़ा घोटाला, JPC से कराई जाए जांच: कांग्रेस
- कांग्रेस ने लगाया आरोप
- घोटाले में प्रधानमंत्री मोदी भी शामिल।
- गांधी प्रतिमा के सामने प्रदर्शन
- सोनिया गांधी भी उपस्थित रहीं।
- हाथों में तख्तियां लेकर विपक्ष ने राफेल डील को बताया स्कैम।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राफेल डील के मु्द्दे पर विपक्ष सरकार को लगातार घेरने की कोशिश कर रहा है। कांग्रेस ने इसे विश्व का सबसे बड़ा घोटाला बताते हुए प्रधानमंत्री के भी इसमें शामिल होने का आरोप लगाया है। कांग्रेस ने शुक्रवार को राफेल डील विवाद पर गांधी प्रतिमा के सामने विरोध-प्रदर्शन किया। प्रदर्शन की अगुवाई यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने की। इस दौरान वामदल के नेता डी राजा, आम आदमी पार्टी के सुशील गुप्ता सहित कई नेता मौजूद रहे। संसद परिसर में प्रदर्शन कर रहे नेताओं के हाथ में तख्तियां थीं, जिसमें वी डिमांड जेपीसी, अंबानी अडानी हर ओर हैं, मोदी शाह चोर हैं, जैसे नारे लिखे हुए थे।
Delhi: Congress, CPI, RJD and AAP hold protest outside Parliament over Rafale deal issue pic.twitter.com/hNnnM2ZB0D
— ANI (@ANI) August 10, 2018
शुक्रवार को राज्यसभा में कांग्रेस ने राफेल डील का मुद्दा उठाया। कार्रवाई शुरू होते ही कांग्रेसी सांसद संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की मांग उठाने लगे। कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि राफेल घोटाला विश्व का सबसे बड़ा घोटाला है। इसकी जांच जेपीसी से कराई जानी चाहिए। कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने आरोप लगाया कि इस घोटाले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हैं। राज्यसभा के नवविर्वाचित उपसभापति ने कांग्रेस नेताओं को शांत रहने को कहा। उन्होंने कहा कि राफेल मामले पर आज चर्चा संभव नहीं है। कांग्रेस नेताओं के आरोप को गलत बताते हुए केंद्रीय मंत्री विजय गोयल ने कहा कि कांग्रेस प्रधानमंत्री पर झूठा आरोप लगा रही है। विपक्ष के पास कोई सबूत नहीं है। संसद में किसी पर भी झूठे आरोप नहीं लगाने चाहिए। यहां बिल बनना चाहिए।
#RajyaSabha adjourned till 2:30 pm after uproar by Opposition in Rajya Sabha over #RafaleDeal issue. pic.twitter.com/5uD66DK2yO
— ANI (@ANI) August 10, 2018
विपक्षी दलों ने मोदी सरकार पर उद्योगपतियों को फायदा उठाने का आरोप लगाया है। कांग्रेस का दावा है कि डील में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की जा रही है। यूपीए सरकार के कार्यकाल में फ्रांस से 526 करोड़ रुपए प्रति विमान का करार हुआ था, जबकि मोदी सरकार के समय कीमत 1600 करोड़ हो गई है। कांग्रेस का दावा है कि राफेल डील में 45,000 करोड़ रुपए का घोटाल किया जा रहा है।
Uproar by Opposition in Rajya Sabha over #RafaleDeal issue. pic.twitter.com/JflHuL1ssU
— ANI (@ANI) August 10, 2018
Created On :   10 Aug 2018 3:36 PM IST