सीजफायर लागू होने के चार दिन बाद ही, पाक की फायरिंग में दो जवान शहीद

सीजफायर लागू होने के चार दिन बाद ही, पाक की फायरिंग में दो जवान शहीद

डिजिटल डेस्क, जम्मू। पाकिस्तान ने युद्धविराम का वायदा करने के बाद एक बार फिर इसका उल्लंघन किया है। शनिवार रात अंधेरे का फायदा उठाकर पाकिस्तान ने फिर से जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में गोलीबारी की। पाक सेना की कार्रवाई का भारतीय सैनिकों ने मुंहतोड़ जवाब दिया। पाक सैनिकों की फायरिंग में बीएसएफ के दो जवान शहीद हो गए हैं। पाक रेंजर्स सीमा पर अब भी गोलीबारी कर रहे हैं। पाक सैनिक सामा पर स्थित रिहायशी इलाकों को निशाना बना कर मोर्टार दाग रहे हैं। भारतीय सुरक्षा बल भी पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं। सीमा पर हो रही गोलीबारी को देखते हुए अखनूर सेक्टर के परगवाल के लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेज दिया गया है। 

आतंकियों को कवर देने के लिए की गई कार्रवाई 
पाकिस्तान रमजान के महीने में भी लगातार सीजफायर का उल्लंघन कर रहा है। समझा जाता है कि यह गोलीबारी सीमा पार से आतंकियों की घुसपैठ को कवर देने के लिए की जा रही है। खुफिया इनपुट मिले हैं कि बड़ी आतंकी साजिश को अंजान देने के इरादे से दर्जनों आतंकी सीमापार से कश्मीर में दाखिल हुए हैं। इससे पहले शनिवार को श्रीनगर में सुरक्षाबलों पर सिलसिलेवार चार ग्रेनेड हमले किए गए थे। जिनमें चार जवानों समेत पांच लोग घायल हो हुए थे। पाकिस्तान में पल रहे खूंखार आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इन हमलों की जिम्मेदारी ली है। शनिवार को पहला हमला श्रीनगर के फतहकदल और दूसरा बुदशाह इलाके में हुआ, जहां सीआरपीएफ वाहनों को निशाना बनाया गया। इसमें चार जवानों सहित पांच लोग घायल हो गए। तीसरा हमला श्रीनगर के जहांगीर चौक में हुआ, यहां 300 मीटर की दूरी से हमले को अंजाम दिया गया। वहीं, शुक्रवार को भी कश्मीर के अलग-अलग इलाकों में पांच ग्रेनेड हमले हुए। 

29 मई को हुआ था संघर्ष विराम समझौता 
जम्मू कश्मीर में सीमा पर गोलीबारी रोकने के लिए भारत और पाकिस्तान के सैन्य अभियानों के महानिदेशक (डीजीएमओ) 2003 के संघर्ष विराम समझौते को ‘पूरी तरह से लागू करने’ पर बीती 29 मई को सहमत हुए थे। दोनों देशों के सैन्य कमांडरों ने शाम छह बजे ‘हॉटलाइन’ पर बातचीत के दौरान जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर मौजूदा स्थिति की समीक्षा की थी। महत्वपूर्ण बात यह है कि विशेष हॉटलाइन संपर्क की पहल पाकिस्तानी डीजीएमओ ने ही की थी। भारत के डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान और पाकिस्तान के मेजर जनरल साहिर शमशाद मिर्जा के बीच बातचीत के बाद दोनों सेनाओं ने समान बयान जारी कर कहा कि दोनों देश 15 साल पुराने संघर्ष विराम समझौते को पूरी तरह से लागू करने पर सहमत हुए हैं। साथ ही, यह सुनिश्चित किया जाएगा कि दोनों ओर से संघर्ष विराम का उल्लंघन नहीं हो। यह समझौता हुए एक सप्ताह भी नहीं बीता कि पाकिस्तानी सेना ने युद्ध विराम का उल्लंघन कर दिया। उल्लेखनीय है कि एलओसी पर पिछले कुछ महीनों में संघर्ष विराम उल्लंघन की घटनाओं में वृद्धि दर्ज की गई है। इस साल अब तक कुल 908 घटनाएं दर्ज की गई हैं, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 860 था। 

Created On :   3 Jun 2018 3:45 AM GMT

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