Interaction: IPS प्रोबेशनर्स से पीएम मोदी की बातचीत, कहा- थाने को सामाजिक विश्वास का केंद्र बनाने का प्रयास करें

Interaction: IPS प्रोबेशनर्स से पीएम मोदी की बातचीत, कहा- थाने को सामाजिक विश्वास का केंद्र बनाने का प्रयास करें
हाईलाइट
  • भारतीय पुलिस सेवा (IPS) प्रोबेशनरों से पीएम मोदी ने बातचीत की

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को हैदराबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी में "दीक्षा परेड" कार्यक्रम के दौरान भारतीय पुलिस सेवा (IPS) प्रोबेशनरों के साथ बातचीत की। पीएमओ की एक विज्ञप्ति के अनुसार 28 महिला प्रोबेशनरों समेत 131 IPS प्रोबेशनरों ने अकादमी में 42 सप्ताह के बेसिक कोर्स फेज-1 का प्रशिक्षण पूरा कर लिया है।

इस दौरान पीएम ने कहा, "मैं सभी नए पुलिस अधिकारियों से कहना चाहूंगा कि आप अपनी सेवा के शुरु के दिनों में ही जितना over conscious रह सकें, उतना रहिएगा। आपको चाहे शुरु में कष्ट सहने पड़े, लेकिन अपने कान से, अपनी आंख से और अपने दिमाग से चीजों को समझने का प्रयास कीजिएगा। आप तय कीजिए कि आपके आस पास के थाने सामाजिक विश्वास का केंद्र कैसे बने, इसके लिए प्रयास करें। आप तय करें कि व्यवस्था को, वातावरण को आप बदलेंगे।"

पीएम ने कहा, क्या कभी हमने अपने थाने के कल्चर पर बल दिया है? हमारा थाना सामाजिक विश्वास का केंद्र कैसे बनें? आपके अंडर में जितने भी थाने आएं वहां बदलाव लाने की एक लिस्ट तैयार करें, व्यक्ति को बदल पाऊं या न पाऊं लेकिन व्यवस्था को और एनवायरनमेंट को बदल सकता हूं। ये आपकी प्रथमिकता रहनी चाहिए। सामान्य मानवी पर आपने प्रभाव पैदा करना है या प्रेम का सेतु जोड़ना है। ये आप तय कर लीजिए। प्रभाव पैदा करेंगे तो उसकी उम्र बहुत कम होती है। प्रेम का सेतु बनाएंगे तो आपके रिटायरमेंट के बाद भी आपको लोग याद करेंगे।

पीएम ने कहा, लोकतंत्र में दल कोई भी हो, जन प्रतिनिधि का एक बड़ा महत्व होता है। जन प्रतिनिधि का सम्मान मतलब लोकतांत्रिक प्रक्रिया का सम्मान। तकनीक ने हमारी बहुत मदद की है। केस को सुलझाने में भी तकनीक बहुत मदद कर रही है। लेकिन पुलिस के लोग आजकल जो सस्पेंड होते हैं तो उसका एक कारण भी तकनीक है। आपको इस पर बल देना होगा कि तकनीक का कैसे ज्यादा से ज्यादा सकारात्मक उपयोग हो।

पीएम ने कहा, ट्रेनिंग का बहुत बड़ा महत्व होता है। ज्यादातर हमारे देश में सरकारी मुलाजिम के लिए ट्रेनिंग को पनिशमेंट माना जाता है। हमने ट्रेनिंग को इतना नीचे कर दिया है जो हमारी सारी गुड गवर्नेंस की जड़ में है। इसमें से हमको बाहर आना होगा

Created On :   4 Sept 2020 11:46 AM IST

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