प्रियंका ने दक्षिण अफ्रीका के माउंट किलिमंजारो पर फहराया तिरंगा

- माउंट कनामो
- स्टॉक काँग्री
- हेमकुंडसाहेब
- मचहदहर यह चार शिखरों पर प्रियंका अपना सफर कर चुकी है।
- अंबानगरी की बेटी 29 वर्षीय प्रियंका सोनी ने इसी सप्ताह दक्षिण अफ्रीका के सबसे ऊंचे शिखर (19
- 349 फीट) माउंट किलीमंजारो पर तिरंगा लहराकर अपने साहस और लगन का परिचय दिया है।
- प्रियंका ने २८ फरवरी से 7 मार्च इस अवधि में इस मुहिम को अंजाम दिया।
डिजिटल डेस्क, अमरावती । अंबानगरी की बेटी 29 वर्षीय प्रियंका सोनी ने इसी सप्ताह दक्षिण अफ्रीका के सबसे ऊंचे शिखर (19,349 फीट) माउंट किलीमंजारो पर तिरंगा लहराकर अपने साहस और लगन का परिचय दिया है। प्रियंका ने २८ फरवरी से 7 मार्च इस अवधि में इस मुहिम को अंजाम दिया।
सपना पूरा करने दिन-रात जुटी रही
प्रियंका का सपना था कि वह विश्व विख्यात पर्वतों के शिखर पर तिरंगा लहराए। विदर्भ की बेटी कैप्टन प्रियंका ने अपने इसी सपने को साकार करने के लिए उसने दक्षिण अफ्रीका के तंजानिया शहर के पास स्थित 19,349 फीट सबसे ऊंचे माउंट किलीमंजारो पर भारत का तिरंगा लहराते हुए अंबानगरी के साथ ही पूरे देश का नाम रोशन किया। इस सफलता से प्रियंका के पिता रवींद्र ज्वेलर्स के संचालक राजेशभाई सोनी गर्व महसूस करते हुए शहरवासियों से बधाई स्वीकारते हुए गदगद नजर आए। प्रियंका का बचपन से एक और भी सपना था।वह पायलट बनकर आकाश में उड़ान भरना चाहती थी जो उसने साकार कर दिखाया।2016 में वे बतौर पायलट बंगलुरु के इंडिगो एअरलाइन्स में नियुक्त हुई। प्रियंका ने शुरुआती पढ़ाई होलीक्रॉस व बियाणी महाविद्यालय में पूर्ण की। जिसके बाद पुणे के व्हीआईटी कालेज में इंजीनिअरिंग की शिक्षा पूर्ण की की और वहीं से सीधे आगे की पढ़ाई के लिए विदेश रवाना हुई। जहां सबसे पहले प्रियंका ने अमेरिका के मियामी शहर से कमर्शियल पायलट का प्रशिक्षण लेते हुए पहला लाइसेंस हासिल किया। जिसके बाद जर्मनी के ब्रुसेल्स शहर में एटीपीएल का प्रशिक्षण पूर्ण कर दूसरा लाइसेंस हासिल किया और बंगलुरु के इंडिगो एयरलाइंस में वह बतौर पायलट कार्यरत है जो कि अंबानगरी की यह पहली पायलट से पहचानी जाती है।
विश्व के अन्य 6 शिखरों पर चढऩे का सपना
प्रियंका का सपना विश्व के 7 सबसे ऊंचे पर्वत शिखर सर करने का मानस है। जिसमें से अफ्रीका के किलीमंजारो का सफर वे पूर्ण कर चुकी है। इसके अलावा अब विश्व के 6 बड़े शिखर का सफर करने का मानस रखती है। इन 6 शिखरों में एशिया का माउंट एवरेस्ट (29,035 फीट), अफ्रीका का ऐकॉनगुवा (22,829 फीट), नॉर्थ अमेरिका का देनाली अकामाउंट (6,194 फीट), युरोप का माउंट एलब्रुस (18,510 फीट), अटांटिका का माउंट विन्सन (16,067 फीट) व ऑस्ट्रेलिया का माउंट कोसियुस्को (7,310 फीट) इन शिखरों का समावेश हैं। इन शिखरों पर चढ़ कर वे विश्व के सातों शिखरों के ऊंचाई पर अपने कदम रखना चाहती है।
देश के चार ऊंचे शिखरों तक पहुंच चुकी है प्रियंका
ऊंचे शिखरों पर चढऩा इतना आसान नहीं होता है, जहां हर बात की जानकारी परिपूर्ण होना चाहिए। इसलिए प्रियंका ने पहले ही हिमाचल प्रदेश में नेहरु इंसेलिया माउंटिंग पर कड़ा प्रशिक्षण लिया है, जिसके बाद प्रियंका ने सबसे पहले देश के ऊंचे पर्वतों में माने जाने वाले माउंट कनामो, स्टॉक काँग्री, हेमकुंडसाहेब, मचहदहर यह चार शिखरों पर प्रियंका अपना सफर कर चुकी है, जहां गत बुधवार को विश्व के ऊंचे पर्वतों में माने जाने वाले दक्षिण अफ्रीका के किलीमंजारो के शिखर पर भी प्रियंका ने तिरंगा लहराया है।
Created On :   9 March 2018 3:32 PM IST