LG किरण बेदी के खिलाफ पुडुचेरी के सीएम धरने पर, लगाए कई आरोप
- नारायणसामी की मांग है कि उपराज्यपाल किरण बेदी को केंद्र सरकार वापस बुला ले।
- कांग्रेस और द्रमुक के नेता राजनिवास के फ्रंट गेट और अन्य मंत्री पिछले गेट पर धरना दे रहे हैं।
- पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी अपने मंत्रिमंडल सहयोगियों के साथ राज निवास के बाहर धरने पर बैठे हुए हैं।
डिजिटल डेस्क, पुडुचेरी। पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी अपने मंत्रिमंडल सहयोगियों के साथ राज निवास के बाहर धरने पर बैठे हुए हैं। कांग्रेस और द्रमुक के नेता राजनिवास के फ्रंट गेट और अन्य मंत्री पिछले गेट पर धरना दे रहे हैं। नारायणसामी की मांग है कि उपराज्यपाल किरण बेदी को केंद्र सरकार वापस बुला ले। इस बीच किरण बेदी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर 21 फरवरी को सुबह 10 बजे बातचीत के लिए बुलाया है।
किरण बेदी ने कहा, आप अपने मंत्रिमंडल सहयोगियों के साथ राजनिवास के बाहर धरने पर बैठे हैं। मुझे पता नहीं है कि आप किस कारण से ऐसा कर रहे हैं। मैंने SSP अपूर्वा से कहा है कि वह आपसे मिलकर पूछे कि आप की क्या मांग है। उन्होंने कहा, मुझे सूत्रों से पता चला है कि आप उस चिट्ठी के रिसपॉन्स के लिए धरने पर बैठे हैं जो आपने 7 फरवरी को लिखी थी। आपने मेरे रिसपॉन्स का इंतजार करने की जगह धरने पर बैठने का रास्ता अपनाया। आपने जो भी मामले इस चिट्ठी में उल्लेखित किए हैं उनका अवलोकन करने के बाद विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा, जैसा की आरोप लगाया जा रहा है ऐसा कोई भी मामला राज निवास में पेंडिंग नहीं है।
किरण बेदी ने इस लेटर के साथ जो ट्वीट किया है उसमें लिखा है, "आपको धरने पर बैठने के बजाय मिलना चाहिए था। आप एक पत्र लिखते और राजनिवास की नाकाबंदी से पहले मेरे जवाब का इंतजार करते। इस नाकेबंदी के कारण आम जनता को भारी असुविधा हो रही है।"
उपराज्यपाल की इस चिट्ठी के बाद भी सीएम नारायणसामी और उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों ने धरना समाप्त करने से इंकार कर दिया है। उनका कहना है कि जब तक उनके मांगों को पूरा नहीं किया जाता, वह राजनिवास पर प्रदर्शन करते रहेंगे।" मुख्यमंत्री नारायणसामी की मांग है कि मुफ्त चावल बांटने की योजना सहित 39 सरकारी प्रस्तावों को उपराज्यपाल मंजूरी दें। उनका आरोप है कि विभिन्न मामलों पर उनकी स्वीकृति के लिए भेजी गईं फाइलों को उपराज्यपाल ने खारिज कर दिया।
किरण बेदी ने अपने हाल के फैसले में लोगों के लिए हेलमेट पहनना भी अनिवार्य कर दिया है जबकि राज्य सरकार ने लोगों में जागरूकता फैलाने के बाद इस प्रस्ताव को लागू करने का प्रस्ताव दिया था। नारायणसामी ने इसे मनमानी और लोगों को प्रताड़ित करने का तरीका बताया है। मुख्यमंत्री नारायणसामी की मांग है कि मुफ्त चावल बांटने की योजना सहित 39 सरकारी प्रस्तावों को उपराज्यपाल मंजूरी दें. सीएम का आरोप है कि विभिन्न मामलों पर उनकी स्वीकृति के लिए भेजी गईं फाइलों को उपराज्यपाल ने खारिज कर दिया।
उपराज्यपाल का विरोध करने के लिए नारायणसामी काली शर्ट पहनकर राजनिवास के बाहर सड़क पर धरने पर बैठे हैं। अन्य मंत्रियों और विधायकों ने भी अपने गले पर काले रंग का तौलिया लपेटकर रखा है और मुख्यमंत्री के बगल में बैठे है। नारायणसामी ने कहा कि वह किरण बेदी के सरकारी आवास के बाहर पूरी रात रहेंगे।
रविवार को, किरण बेदी ने बताया था कि पुडुचेरी के कानून सचिव ने मद्रास हाईकोर्ट से केंद्रशासित प्रदेश में एक मोबाइल मजिस्ट्रेट यातायात अदालत तैनात करने का अनुरोध किया था ताकि मोटरसाइकिल सवारों का हैलमेट पहनना सुनिश्चित किया जा सके। किरण बेदी ने मंगलवार को ट्वीट कर बताया था कि "पुलिस विभाग ने सोमवार से हेलमेट पहनने को अनिवार्य करने का फैसला किया है।"
एक ट्वीट में, सीएम नारायणसामी ने आरोप लगाया कि किरण बेदी को 39 लंबित मुद्दों को हल करना बाकी है, जिन्हें उठाया गया और उन्हें भेजा गया। इनमें धनराशि जारी करना, वेतन का भुगतान और परियोजनाओं का अनुमोदन शामिल हैं। उन्होंने किरण बेदी पर सरकार की दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों में हस्तक्षेप करने का भी आरोप लगाया।
Created On :   14 Feb 2019 12:01 AM IST