अब पंजाब में हर सरकारी कर्मचारी को कराना होगा डोप टेस्ट
डिजिटल डेस्क, चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने पुलिसकर्मियों सहित सभी सरकारी कर्मचारियों का उनकी भर्ती के समय से उनकी सेवा के हर स्तर पर अनिवार्य रूप से डोप टेस्ट कराने का आदेश दिया है। उन्होंने चीफ सेक्रेटरी को इसके लिए आवश्यक अधिसूचना जारी करने को कहा है। इससे पहले अमरिंदर सिंह ने गृह मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखा था जिसमें उन्होंने पंजाब सरकार की तरफ से केंद्र सरकार को भेजे गए ड्रग स्मगलर्स को फांसी की सजा दिए जाने वाले प्रस्ताव को मंजूर करने को कहा था।
Punjab CM Capt Amarinder Singh has ordered mandatory dope test of all govt employees, including police personnel, from the time of their recruitment through every stage of their service. He directed the Chief Secy to work out modalities have the necessary notification issued. pic.twitter.com/7iTGurmM7G
— ANI (@ANI) July 4, 2018
Have today written to HM Rajnath Singh ji conveying my Government"s recommendation for approving death penalty to drug-related-offenders on first conviction only. We are firm in our resolve to wipe out the menace of drug abuse from Punjab: CM Capt. Amarinder Singh (file pic) pic.twitter.com/sIvBfUoxHQ
— ANI (@ANI) July 4, 2018
कैबिनेट ने पास किया था प्रस्ताव
ड्रग स्मगलर्स पर लगाम लगाने के लिए पंजाब की अमरिंदर सरकार ने केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा था। इस प्रस्ताव में कहा गया था कि ड्रग स्मगलिंग करने वालों को फांसी की सजा दी जाए। सोमवार को पंजाब कैबिनेट की तरफ से पास किए गए इस प्रस्ताव के बाद अमरिंदर सिंह ने कहा था, ड्रग तस्करों ने पंजाब में युवाओं का भविष्य बर्बाद कर दिया है। ये पूरी पीड़ियों को तबाह कर रहे हैं। इसीलिए हमने तय किया है कि ड्रग तस्करों को फांसी की सजा दी जाए। ये प्रस्ताव केंद्र के पास भेज दिया गया है। वहीं उन्होंने कहा था कि मैं अपने नशामुक्त पंजाब के संकल्प पर कायम हूं।
हथियार लाइसेंस के लिए भी डोप टेस्ट जरूरी
इससे पहले पंजाब सरकार ने एक फैसले में हथियार का लाइसेंस लेने के लिए लोगों को डोप टेस्ट करवाना जरूरी कर दिया था। सरकार का इसके पीछे मकसद यह पता लगाना था कि हथियार का लाइसेंस लेने वाले कहीं कोई नशा तो नहीं करते। पंजाब सरकार की तरफ से ये भी कहा गया था कि अगर डोप टेस्ट में नशे की मात्रा पाई गई तो पंजाब में जीवन भर हथियार के लाइसेंस से वंचित रहना पड़ेगा।
इसी मुद्दे को उठाकर कांग्रेस ने जीता था चुनाव
बता दें कि पंजाब में ड्रग्स बेहद गंभीर समस्या है। यह समस्या कितनी गहरी है इसका अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि बॉलीवुड में इस विषय पर एक फिल्म भी बन चुकी है। इस फिल्म का नाम उड़ता पंजाब था। वहीं नशे के मुद्दे को लेकर पंजाब विधानसभा चुनाव में बीजेपी-शिरोमणि अकाली दल को हराकार कांग्रेस पार्टी ने सत्ता हासिल की थी। कांग्रेस ने वादा किया था कि वह राज्य को नशामुक्त करेगी।
Created On :   4 July 2018 7:12 PM IST