नोटबंदी पर राहुल गांधी ने दिया बयान- प्रधानमंत्री होता तो फाइल कूड़े में डाल देता
डिजिटल डेस्क, सिंगापुर। प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल के दौरान लिए गए सबसे बड़े फैसलों में से एक नोटबंदी के मुद्दे पर कांग्रेस हमेशा से आपत्ति दर्ज कराती रही है। शनिवार को मलेशिया में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर से नोटबंदी के मुद्दे को हवा दी है। उन्होंने कहा है कि नोटबंदी एक अच्छी पहल नहीं थी, अगर वह देश के प्रधानमंत्री होते तो नोटबंदी के प्रस्ताव को कचरे के डिब्बे में फेंक देते। बता दें कि इन दिनों कांग्रेस अध्यक्ष दक्षिण एशियाई देशों की पांच दिवसीय यात्रा पर गए हुए हैं।
बयानबाजी नहीं काम को अहमियत
शनिवार को राहुल गांधी मलेशिया के कुआलालंपुर पहुंचे, जहां भारतीय समुदाय के लोगों से बातचीत करने के दौरान उनसे यह सवाल पूछा गया कि वह नोटबंदी को किस तरह लागू करते। इस पर राहुल गांधी ने जवाब देते हुए कहा , "यदि मैं प्रधानमंत्री होता तो और मुझे कोई नोटबंदी के प्रस्ताव की फाइल देता तो मैं उसे कचरे के डिब्बे में, या कमरे के बाहर किसी कबाड़ख़ाने में फेंक देता। क्योंकि मुझे ऐसा लगता है कि नोटबंदी के साथ ऐसा ही किए जाने की जरूरत है।" मलेशिया में भारतीय समुदाय के व्यापारी वर्ग से मुलाकात के बाद उन्होंने कहा, "वह बयानबाजी की तुलना में काम करने को अधिक अहमियत देते हैं।"
व्यापारियों को नजरअंदाज किया गया
राहुल ने लेशिया में भारतीय मूल के कारोबारियों को इस बात का आश्वासन दिया कि आने वाले चुनाव के दौरान पार्टी के घोषणा पत्र में उनके हितों का बराबर ख़याल रखा जाएगा। कांग्रेस पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर एक ट्वीट कर कहा है, "मलेशिया में भारतीय मूल के कारोबारियों ने राहुल गांधी को बताया है कि मोदी सरकार ने उनके हितों को नजरअंदाज किया है।" राहुल गांधी ने मलेशिया इंडिया बिजनेस काउंसिल, आसियान इंडिया बिजनेस काउंसिल, मलेशियन एसोसिएटेड इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज और मलेशिया की कंसोर्शियम ऑफ इंडस्ट्रीज के कारोबारियों से मुलाकात की।
Created On :   10 March 2018 7:57 PM IST