राहुल गांधी हैं नरेंद्र मोदी का विकल्प: कांग्रेस
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस 2019 के लोकसभा चुनाव की तैयारियों में अभी से जुट गई है। कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख और मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एक न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में कहा कि, "मोदीजी का विकल्प केवल और केवल राहुलजी हैं। कोई और नहीं हो सकता। कांग्रेस और देश के लोग राहुलजी को देश का अगला प्रधानमंत्री देखना चाहते हैं।"
सुरजेवाला ने कहा, "आज दो मॉडल हैं।।।मोदी मॉडल (जिसमें वह) दिन में 6 बार कपड़े बदलते हैं, अपने कपड़ों की क्रीज भी खराब नहीं होने देते, अपनी वेशभूषा पर जितना समय लगाते हैं शायद शासन पर उतना समय नहीं लगाते। दूसरा मॉडल है राहुल गांधी का, जो सादगी, सरलता और साफगोई पर आधारित है। राहुल गांधी राजनीति में अपनी बेबाकी, पारदर्शिता और ईमानदारी के लिए मशहूर हुए हैं। वह कठोर निर्णय लेने से भी कभी नहीं डरते।"
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि, एनडीए की सहयोगी पार्टियां अब गठबंधन से अलग हो रही हैं। बीजू जनता दल, शिवसेना और अब टीडीपी धीरे-धीरे एनडीए से दूर हो रही हैं। जबकि कांग्रेस सबके साथ एकता की धुरी बनाकर चल रही है।
आम बजट पर सुरजेवाला ने कहा कि मोदी सरकार ने मध्यम वर्ग और नौकरीपेशा लोगों को केवल जुमलों से छला है, दिया कुछ नहीं। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री के मुताबिक सबसे ज्यादा टैक्स भी यही वर्ग देता है। उन्हें यह लगता है कि सबसे ज्यादा अमीर यही वर्ग है जबकि सच्चाई यह है कि सबसे ज्यादा मेहनतकश और ईमानदार यही वर्ग है।
इस साल कर्नाटक सहित 8 राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की रणनीति पूछे जाने पर सुरजेवाला ने कहा, "तरक्की के लिहाज से सबसे महत्वपूर्ण राज्य कर्नाटक में कांग्रेस फिर से सत्ता में आएगी, ऐसा हमारा विश्वास है। हमने जिस तरह से कर्नाटक में विकास का एक मॉडल पेश किया है, चाहे वह ई-वे बिल हो या कर्नाटक सरकार की अन्य योजनाएं हों, अब भारत सरकार भी मानती है कि उनका पूरे देश में क्रियान्वयन होना चाहिए।"
पार्टी अध्यक्ष के तौर पर राहुल गांधी की 3 प्राथमिकताएं पूछे जाने पर सुरजेवाला ने कहा कि उनकी पहली प्राथमिकता है अखिल भारतीय कांग्रेस और देश भर में इसकी इकाइयों के संगठन का पुनर्गठन और बदलाव। उनकी अन्य प्राथमिकता एक ऐसे "विजन" को तैयार कर लागू करना है जिससे किसानों को उनकी उपज का उचित लाभ मिल सके। इस विजन में निजी एवं सरकारी क्षेत्रों में नौकरियों के सृजन के उपाय होंगे।
राहुल के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद पार्टी का पहला महाधिवेशन कब होगा, यह पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि अभी इसकी तारीख निश्चित नहीं हुई है। किंतु वर्ष 2019 और उसके बाद के समय में इस देश की संरचना के लिए एक नई दृष्टि कांग्रेस इस अधिवेशन के माध्यम से देश को देगी।
Created On :   4 Feb 2018 6:04 PM IST