'गांव में खुदवा ली है भंसाली और दीपिका की कब्र, जिंदा दफनाएंगे'

rajput leader said will buried alive bhansali and deepika padukone
'गांव में खुदवा ली है भंसाली और दीपिका की कब्र, जिंदा दफनाएंगे'
'गांव में खुदवा ली है भंसाली और दीपिका की कब्र, जिंदा दफनाएंगे'

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। संजय लीला भंसाली की विवादित फिल्म पद्मावत 25 जनवरी को रिलीज होने जा रही है। जैसे-जैसे फिल्म रिलीज की तारीख नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे प्रदर्शन भी उग्र होता जा रहा है। टीवी चैनलों के अनुसार करणी सेना के कुछ कार्यकताओं पर आरोप है कि उन्होंने बिहार के मुजफ्फरपुर सिनेमा हॉल तोड़-फोड़ की है। वहीं न्यूज चैनल एबीपी की लाइव डिबेट में मेरठ के स्थानीय राजपूत नेता ने फिल्म निर्देशक संजय लीला भंसाली की हत्या तक करने की धमकी दी है। कथित क्षत्रिय युवा महासभा का अध्यक्ष अभिषेक सोम ने कहा है कि मेरठ में उसने भंसाली और दीपिका पादुकोण की कब्रें खुदवा ली हैं। उन कब्रों में उन्हें (पद्मावत कलाकारों और निर्देशक) जिंदा दफनाएगा या मुर्दा दफनाएगा

25 जनवरी को बुलाया भारत बंद
फिल्म पद्मावत की रिलीज तारीख 25 जनवरी के दिन करणी सेना भारत बंद बुलाने का आह्वान किया है। इस बंद को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार समेत सभी राज्य सरकारें भी अलर्ट हो गई हैं। फिलहाल केंद्रिय गृह मंत्री राजनाथ सिंह का इस मामले में कोई बयान सामने नहीं आया है। वहीं श्री राजपूत करणी सेना के संरक्षक लोकेन्द्र सिंह कालवी ने भी अभी इस पर कुछ कहने से इंकार कर दिया है।

IMAX 3D में होगी रिलीज
वॉयकॉम 18 ने ऑफिशियल पोस्ट करते हुए बताया है कि फिल्म पद्मावत 25 जनवरी को ही रिलीज होगी। यह फिल्म तीन भाषाओं तमिल, तेलुगु और हिंदी में रिलीज होगी। इस फिल्म को बच्चे सिनेमा हॉल में अकेले बैठकर नहीं देख पाएंगे। जानकारी के अनुसार यह देश की पहली ऐसी हिंदी फिल्म होगी जो IMAX 3D हिंदी में रिलीज होगी। दीपिका पादुकोण, रणवीर सिंह और शाहिद कपूर स्टारर फिल्म पद्मावत को सेंसर ने पांच मॉडिफिकेशन के साथ "U/A" सर्टिफिकेट दिया है। नियमों के अनुसार इस "U/A" सर्टिफिकेट वाली फ़िल्में नाबालिग बच्चों को अकेले देखने की अनुमति नहीं है।

संघीय ढांचे को तबाह करने का हक राज्यों को नहीं
कोर्ट ने कहा कि संविधान की धारा 21 के तहत लोगों को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है। यह जीवन जीने का भी अधिकार है। बता दें कि इससे पहले ही अटार्नी जनरल ने राज्यों का पक्ष रखने के लिए वक्त मांगा था, लेकिन कोर्ट ने पहले ही फैसला दे दिया। वकील हरीश साल्वे ने पक्ष रखते हुए कहा कि राज्यों का फिल्म पर पाबंदी लगाना सिनेमैटोग्राफी एक्ट के तहत संघीय ढांचे को तबाह करना है। किसी भी राज्य का के पास इस तरह का कोई हक नहीं है।

सरकारें संभालें कानून व्यवस्था
उन्होंने यह भी कहा कि लॉ एंड आर्डर की आड़ में राजनीतिक नफा नुकसान का खेल हो रहा है। बता दें कि वायकॉम 18 ने याचिका दायर कर चार राज्यों के बैन का विरोध किया था। पद्मावत के निर्माता देशभर के सिनेमाघरों में 24 जनवरी को इसका पेड प्रीव्यू रखेंगे। ‘पद्मावत’ के डिस्ट्रीब्यूटर्स 24 जनवरी की रात 9.30 बजे स्क्रीन होने वाले शोज का भुगतान करके उसकी जगह ‘पद्मावत’ को स्क्रीन करेंगे। फिल्म एक्सपर्ट की राय में ऐसा करने से ‘पद्मावत’ के मेकर्स को फिल्म को लेकर चल रही अफवाह को गलत साबित करने का मौका मिलेगा।

Created On :   18 Jan 2018 9:37 PM IST

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