हंसने के लिए मुझे किसी से इजाजत लेने की जरुरत नहीं : रेणुका चौधरी
डिजिटल डेस्क, पणजी। कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी ने अपनी हंसी के ऊपर पीएम मोदी द्वारा किए गए कटाक्ष पर पलटवार किया है। उन्होंने रविवार को कहा है कि पीएम मोदी की टिप्पणी महिलाओं के प्रति उनकी मानसिकता को जाहिर करती है। रेणुका ने कहा, "पीएम मोदी ने मेरी हंसी को रामायण के नकारात्मक पात्रों की हंसी से जोड़ दिया। वे भूल गए कि आज महिलाएं बदल गई हैं। उनका यह बयान महिलाओं के प्रति उनकी मानसिकता को दर्शाता है।’ बता दें कि पिछले बुधवार राज्यसभा में पीएम मोदी ने रेणुका चौधरी की हंसी को रामायण में राक्षसों की हंसी के समानांतर बताया था। पीएम मोदी के रेणुका चौधरी पर इस कटाक्ष के बाद संसद के अंदर और बाहर जमकर बवाल हुआ था।
रेणुका ने इस मुद्दे पर रविवार को कहा कि उन्हें हंसने के लिए किसी से अनुमति लेने की आवश्यकता नहीं है और न ही हंसने पर कोई जीएसटी लगा है जो वे हंसने में संकोच करें। पीएम मोदी के भाषण के दौरान बीच में हंसने पर जब उनसे सवाल पूछा गया तो उन्होंने जवाब दिया कि कैसे और कब हंसे इस पर कोई नियम नहीं है। उन्होंने कहा, "आप हंसे और जमकर हंसे। हंसी पर कोई जीएसटी नहीं है। पांच बार सासंद बनने के बाद हंसने के लिए मुझे किसी की इजाजत की जरुरत नहीं है।" रेणुका चौधरी ने इस दौरान यह भी कहा कि उनकी हंसी पर मोदी की टिप्पणी के बाद उन्हें देशभर की महिलाओं से अपार समर्थन मिल रहा है।
यह है पूरा मामला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर अपना जवाब दे रहे थे। पीएम बोल रहे थे कि "कांग्रेस आधार को भी अपना बताती है, लेकिन 7 जुलाई 1998 तब के गृहमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी ने आधार के बारे में कहा था।" यह सुनकर कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी जोर-जोर से हंसने लगी। इस पर सभापति वेंकैया नायडू ने उन्हें चुप होने के लिए कहा। सभापति नायडू ने कहा "आपको क्या हो गया है? अगर आपको समस्या है तो डॉक्टर के पास जाइए।" इस बीच मुस्कुराते हुए पीएम मोदी ने कहा, "सभापति जी, रेणुका जी को आप कुछ मत कहिए। रामायण सीरियल के बाद ऐसी हंसी सुनने का आज सौभाग्य मिला है।" पीएम मोदी के इस कटाक्ष पर अगले दिन कांग्रेस सांसदों ने राज्यसभा में जमकर हंगामा किया था। कांग्रेस ने इस पर पीएम मोदी से माफी मांगने की भी मांग की थी।
Created On :   11 Feb 2018 7:12 PM IST