सप्तऋषि आरती विवाद मामले में रिपोर्ट वाराणसी के डीएम को सौंपा गया
वाराणसी, 18 मई (आईएएनएस)। वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर के प्रशासन ने विभिन्न राज्यों के आठ पुजारियों को परंपरा के अनुसार पूजा-अनुष्ठान करने के लिए मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति दी है।
यह फैसला 7 मई को काशी विश्वनाथ मंदिर की सप्तऋषि आरती की जांच कर रही टीम के सामने आने के बाद, जिला अधिकारियों को अपनी रिपोर्ट सौंपी।
म्ंदिर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विशाल सिंह ने कहा कि हालांकि, मंदिर के पूर्व महंत और उनके परिवार के सदस्यों को सप्तऋषि आरती करने की अनुमति नहीं दी गई है, क्योंकि इन लोगों ने जारी नोटिस का जवाब नहीं दिया है।
वाराणसी के जिला अधिकारी कौशल राज शर्मा ने कहा, एडीएम सिटी और एसपी सुरक्षा, जिन्हें मंदिर के गेट-4 के पास सड़क पर सप्तऋषि आरती करने की 7 मई की घटना की जांच करने का काम सौंपा गया था, उन्होंने मुझे अपनी रिपोर्ट सौंप दी।
उन्होंने कहा, इस रिपोर्ट को प्रमुख सचिव (धार्मिक मामले), संभागीय आयुक्त, मंदिर प्रशासन को जांच और सिफारिशों की तथ्यों के साथ आगे की कार्रवाई शुरू करने के लिए भेज दिया गया है।
जिला अधिकारी ने कहा कि जांच के दौरान यह पाया गया कि कुछ तस्वीरें,जब मार्च में पूर्व महंत के घर खाली हो रहा था, उनलोगों द्वारा जारी की गई थी, जो उन्हें वर्तमान तस्वीरों के रूप में दावा करते हुए साबित करते हैं कि काशी विश्वनाथ गलियारे के अंदर मंदिर के एक हिस्से को नुकसान पहुंचा है।
उन्होंने कहा कि जांचकर्ताओं ने पाया कि तस्वीरों को लॉकडाउन के समय लोगों की धार्मिक भावनाएं भड़काने के इरादे से जारी किया गया था। यह साजिश हो सकती है।
वाराणसी का जिला मजिस्ट्रेट मंदिर ट्रस्ट का पदेन सदस्य है।
पूरे प्रकरण को बढ़ावा देने वाले वाले पूर्व महंत परिवार के एक सदस्य के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने के लिए जांचकर्ताओं द्वारा सिफारिश की गई है।
Created On :   18 May 2020 6:01 PM IST