- ED ने दो चीनी नागरिकों चार्ली पेंग और कार्टर ली को मनी लांड्रिंग के आरोप में किया गिरफ्तार
- कोरोना संकट और जलवायु परिवर्तन पर चर्चा के लिए ब्रिटेन ने जी 7 नेताओं को बुलाया
- पीएम मोदी गुजरात के केवडिया में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आठ ट्रेनों को दिखाएंगे हरी झंडी
- मध्य प्रदेश में आज नहीं लगेगी कोरोना वैक्सीन, सोमवार को फिर शुरू होगी वैक्सीनेशन ड्राइव
- राजस्थान: जालौर में यात्रियों से भरी बस से टच हुआ बिजली का तार, कई लोगों के मौत की आशंका
सप्तऋषि आरती विवाद मामले में रिपोर्ट वाराणसी के डीएम को सौंपा गया

हाईलाइट
- सप्तऋषि आरती विवाद मामले में रिपोर्ट वाराणसी के डीएम को सौंपा गया
वाराणसी, 18 मई (आईएएनएस)। वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर के प्रशासन ने विभिन्न राज्यों के आठ पुजारियों को परंपरा के अनुसार पूजा-अनुष्ठान करने के लिए मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति दी है।
यह फैसला 7 मई को काशी विश्वनाथ मंदिर की सप्तऋषि आरती की जांच कर रही टीम के सामने आने के बाद, जिला अधिकारियों को अपनी रिपोर्ट सौंपी।
म्ंदिर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विशाल सिंह ने कहा कि हालांकि, मंदिर के पूर्व महंत और उनके परिवार के सदस्यों को सप्तऋषि आरती करने की अनुमति नहीं दी गई है, क्योंकि इन लोगों ने जारी नोटिस का जवाब नहीं दिया है।
वाराणसी के जिला अधिकारी कौशल राज शर्मा ने कहा, एडीएम सिटी और एसपी सुरक्षा, जिन्हें मंदिर के गेट-4 के पास सड़क पर सप्तऋषि आरती करने की 7 मई की घटना की जांच करने का काम सौंपा गया था, उन्होंने मुझे अपनी रिपोर्ट सौंप दी।
उन्होंने कहा, इस रिपोर्ट को प्रमुख सचिव (धार्मिक मामले), संभागीय आयुक्त, मंदिर प्रशासन को जांच और सिफारिशों की तथ्यों के साथ आगे की कार्रवाई शुरू करने के लिए भेज दिया गया है।
जिला अधिकारी ने कहा कि जांच के दौरान यह पाया गया कि कुछ तस्वीरें,जब मार्च में पूर्व महंत के घर खाली हो रहा था, उनलोगों द्वारा जारी की गई थी, जो उन्हें वर्तमान तस्वीरों के रूप में दावा करते हुए साबित करते हैं कि काशी विश्वनाथ गलियारे के अंदर मंदिर के एक हिस्से को नुकसान पहुंचा है।
उन्होंने कहा कि जांचकर्ताओं ने पाया कि तस्वीरों को लॉकडाउन के समय लोगों की धार्मिक भावनाएं भड़काने के इरादे से जारी किया गया था। यह साजिश हो सकती है।
वाराणसी का जिला मजिस्ट्रेट मंदिर ट्रस्ट का पदेन सदस्य है।
पूरे प्रकरण को बढ़ावा देने वाले वाले पूर्व महंत परिवार के एक सदस्य के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने के लिए जांचकर्ताओं द्वारा सिफारिश की गई है।
कमेंट करें
Real Estate: खरीदना चाहते हैं अपने सपनों का घर तो रखे इन बातों का ध्यान, भास्कर प्रॉपर्टी करेगा मदद

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
जानिए भास्कर प्रॉपर्टी के बारे में:
भास्कर प्रॉपर्टी ऑनलाइन रियल एस्टेट स्पेस में तेजी से आगे बढ़ने वाली कंपनी हैं, जो आपके सपनों के घर की तलाश को आसान बनाती है। एक बेहतर अनुभव देने और आपको फर्जी लिस्टिंग और अंतहीन साइट विजिट से मुक्त कराने के मकसद से ही इस प्लेटफॉर्म को डेवलप किया गया है। हमारी बेहतरीन टीम की रिसर्च और मेहनत से हमने कई सारे प्रॉपर्टी से जुड़े रिकॉर्ड को इकट्ठा किया है। आपकी सुविधाओं को ध्यान में रखकर बनाए गए इस प्लेटफॉर्म से आपके समय की भी बचत होगी। यहां आपको सभी रेंज की प्रॉपर्टी लिस्टिंग मिलेगी, खास तौर पर जबलपुर की प्रॉपर्टीज से जुड़ी लिस्टिंग्स। ऐसे में अगर आप जबलपुर में प्रॉपर्टी खरीदने का प्लान बना रहे हैं और सही और सटीक जानकारी चाहते हैं तो भास्कर प्रॉपर्टी की वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।
ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।