RSS की सफाई:संघ प्रमुख ने दलितों के घर भोजन न करने का कोई बयान नहीं दिया
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आरएसएस और वीएचपी ने उन खबरों का खंडन किया है जिसमे कहा जा रहा था कि संघ प्रमुख मोहन भागवत ने बीजेपी नेताओं से कहा है कि सिर्फ दलितों के घर जाकर खाना खाने से कुछ नहीं होगा दलितों को भी अपने घर बुलाकर खाना खिलाएं। बता दें कि मोहन भागवत के इस बयान के सामने आने से पहले केंद्रीय मंत्री उमा भारती का भी दलितों को लेकर इसी तरह का एक बयान सामने आया था।
पूरी खबर मनगढ़ंत
आरएसएस के संपर्क प्रमुख अरुण कुमार ने इस खबर का खंडन किया है। उन्होंने कहा कि न तो कोई ऐसी बैठक हुई और न भागवतजी ने ऐसा कोई बयान दिया हैं। यह खबर पूरी तरह से मनगढ़ंत है। उन्होंने कहा कि बीजेपी के अपने कार्यक्रम हैं जो वह अपने हिसाब से कर रही है। जहां तक संघ का सवाल है, संघ सामाजिक समरसता बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।
ऐसा कोई बयान नहीं है
वहीं वीएचपी के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने भी मीडिया में आई उन खबरों को नकारते हुये कहा कि संघ प्रमुख मोहन भागवत के बारे में उनके हवाले से दिया गया बयान गलत है। आलोक ने कहा कि उनकी जानकारी में ऐसा कोई बयान नहीं है। वहीं उन्होंने ये भी कहा कि दलितों के घर खाना खाने के साथ समाज को उनकी आर्थिक प्रगति और सम्मान के लिए भी काम करना चाहिये।
अग्रेंजी अखबार ने किया था दावा
बता दें कि अंग्रेजी अखबर डेक्कन क्रॉनिकल ने छापा था कि दिल्ली में आरएसएस और वीएचपी नेताओं के कार्यक्रम में भागवत ने नेताओं से दलितों के घर खाना खाने का "ड्रामा" बंद करने के लिए कहा है। उन्होंने नसीहत दी थी कि इससे बेहतर होगा कि समाज के कमजोर वर्ग के लोगों से बातचीत की जाए। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक भागवत ने ये भी कहा कि दलितों के घर खाना लेकर पहुंचना, मीडिया को बुलाना, ये सब महज पब्लिसिटी स्टंट हैं।
केंद्रीय मंत्री ने भी दिया था दलितों को लेकर बयान
वहीं केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने भी दलितों के साथ खाना खाने को लेकर बयान दिया था। केंद्रीय मंत्री ने कहा था कि वह दलितों के घर खाना खाने नहीं जाती, बल्कि वह उन्हें अपने घर बुलाकर खाना खिलाना ज्यादा उचित समझती हैं। मैं भगवान राम नहीं कि उनके साथ खाना खाऊंगी तो वे पवित्र हो जाएंगे, बल्कि वह जब हमारे घर आएंगे और रसोई में बैठकर खाना खाएंगे, तब हम पवित्र हो जाएंगे।
Created On :   4 May 2018 6:08 PM IST