तोगड़िया को मिलेगी सजा, RSS को पसंद नहीं आया मोदी पर हमला
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। विश्व हिंदू परिषद (VHP) के कार्यकारी इंटरनेशनल अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया को सजा मिलना अब लगभग तय हो गया है। प्रवीण लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोल रहे थे। बस यही बात है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) को पसंद नहीं आई है। प्रवीण तोगड़िया के अलावा आरएसएस के निशाने पर VHP के इंटरनेशनल प्रेजिडेंट राघव रेड्डी और भारतीय मजदूर संघ (BMS) के महासचिव बृजेश उपाध्याय भी हैं। राघव रेड्डी को फिलहाल लिस्ट में ही रखा गया है। RSS प्रवीण तोगड़िया और बृजेश उपाध्याय को उनके पदों से हटाने की तैयारी में जुटा है।
जानकारी के अनुसार संघ मानता है कि प्रवीण तोगड़िया समेत इन तीनों ही नेताओं ने सरकार को शर्मिंदा किया है। इन तीनों ही नेताओं ने संघ, सरकार और अनुशासन के खिलाफ कार्य किए हैं। इन कार्यों से तीनों नेताओं ने सरकार और संघ के वरिष्ठ नेतृत्व को नाराज किया है। ये तीनों ही नेता अपने-अपने संगठन में भी आरएसएस की विचारधारा के अनुरूप कार्य नहीं कर रहे हैं। संघ को यह लगता है कि इन दो संगठनों के कार्यकर्ताओं के विशाल नेटवर्क का इस्तेमाल भी संघ की विचारधारा के प्रसार के लिए नहीं किया जा रहा है।
क्या होगी कार्रवाई
सूत्रों के अनुसार संघ सबसे पहले वीएचपी के कार्यकर्ताओं पर संगठन के उच्च पदों में बदलाव के लिए तैयार करने की कोशिश कर रहा है। फरवरी के अंत तक वीएचपी की कार्यकारी बैठक आयोजित की जाएगी। संघ यहां रेड्डी, तोड़गिया को उनके समर्थकों समेत हटाते हुए नए अध्यक्ष के निर्वाचन की कोशिश करेगा। इसके लिए बहुत ही जल्दी पहले प्रवीण तोगड़िया से और फिर राघव रेड्डी और बृजेश उपाध्याय को पद छोड़ने के लिए कहा जाएगा। ऐसा नहीं होने पर वोटिंग से उन्हें हटाने की कोशिश की जाएगी।
गौरतलब है कि तोगड़िया और बृजेश अक्सर अहम मुद्दों पर मोदी सरकार के खिलाफ बोल बीजेपी व केंद्र के लिए समस्या की वजह बनते रहते हैं। यही कारण है कि संघ ने वीएचपी की पिछली कार्यकारी बैठक में नेतृत्व परिवर्तन की कोशिश की थी। तब संघ के वरिष्ठ नेताओं ने हिमाचल प्रदेश के पूर्व राज्यपाल वीएस कोकजे को रेड्डी की जगह अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव दिया था। मगर अब यह तय माना जा रहा है कि इस बार फरवरी महीने में वीएचपी के अंदर बड़ा बदलाव हो सकता है।
Created On :   20 Jan 2018 5:00 PM IST