आईआईटी गुवाहाटी के वैज्ञानिकों ने की डार्क मैटर के रहस्य की खोज
- डार्क मैटर की उत्पत्ति और उत्पादन न्यूट्रिनो द्रव्यमान की उत्पत्ति से संबंधित
डिजिटल डेस्क, गुवाहाटी। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) गुवाहाटी के शोधकर्ताओं ने डार्क मैटर और ब्रह्मांड में सबसे प्रचुर मात्रा में कणों में से एक -न्यूट्रिनो की प्रकृति के बीच विशिष्ट समानताओं का पता लगाया है। टीम के निष्कर्ष प्रमुख अंतरराष्ट्रीय पत्रिका फिजिकल रिव्यू लेटर्स में प्रकाशित किए गए हैं और इनसे पता चला है कि डार्क मैटर की उत्पत्ति और उत्पादन न्यूट्रिनो द्रव्यमान की उत्पत्ति से संबंधित हो सकते हैं।
आईआईटी गुवाहाटी के भौतिकी विभाग के प्रोफेसर अरुणांसु सिल ने कहा, हालांकि कई खगोलीय शोधों से पुष्ट संकेत मिलता है, लेकिन डार्क मैटर कणों के किसी भी प्रत्यक्ष प्रमाण का नहीं होना यही बताता है कि इसका सामान्य पदार्थ के साथ संबंध बहुत ही कमजोर और क्षणिक है। हमारा यह सुझाव एक छोटी जानकारी प्रदान करता है कि इसकी न्यूनता न्यूट्रिनो द्रव्यमान के हल्केपन से जुड़ी हुई है जिसे विशिष्ट रूप से पिको इलेक्ट्रॉन-वोल्ट रेंज में हो सकता है । दशकों से, भौतिकविदों ने हमारे ब्रह्मांड में इसके विपरीत अडार्क मैटर की उपस्थिति के बारे में अनुमान लगाया है।
(आईएएनएस)
Created On :   28 Jan 2022 3:30 PM GMT