BJP को एक और झटका, TDP के बाद गोरखा जनमुक्ति मोर्चा ने भी छोड़ा NDA का साथ

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (NDA) को एक महीने में दूसरा बड़ा झटका लगा है। तेलुगु देशम पार्टी (TDP) के बाद गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (GJM) ने भी NDA का साथ छोड़ दिया है। GJM के नेता एल एम लामा ने शनिवार को यह ऐलान किया। लामा ने कहा कि उनकी पार्टी का अब बीजेपी और एनडीए से कोई नाता नहीं है। बीजेपी पर गोरखाओं का विश्वास तोड़ने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि पीएम मोदी द्वारा गोरखाओं की मांगों पर किए गए वादे झूठे थे। इसलिए वह बीजेपी के नेतृत्व वाले NDA से अपनी राहें अलग कर रहे हैं।
एल एम लामा ने कहा कि पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष के बयान से बीजेपी नेताओं का वह झूठ सामने आ गया है, जिसमें वो कहते थे कि GJM हमारी दोस्त है और NDA का घटक दल है। बता दें कि पश्चिम बंगाल के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने हाल ही में बयान दिया था कि बीजेपी का GJM के साथ सिर्फ चुनावी गठबंधन हैं। इसके अलावा इस पार्टी से किसी भी राजनीतिक मुद्दे पर कोई समझौता नहीं हुआ है।
दिलीप घोष के इस बयान पर नाराजगी जाहिर करते हुए लामा ने कहा कि पीएम मोदी ने कहा था कि गोरखाओं का सपना ही उनका सपना है, लेकिन बीजेपी नेता के बयान से चीजें स्पष्ट हो गई हैं। लामा ने कहा, "दिलीप घोष के बयान से गोरखा समुदाय खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहा है। यह साफ हो गया कि बीजेपी के लोग गोरखाओं की समस्याओं के प्रति संवेदनशील हैं। उनकी गोरखाओं की समस्याओं का समाधान करने में कोई रूची नहीं है।"
लामा ने यह भी कहा कि GJM ने साल 2009 और साल 2014 के लोकसभा चुनाव में दार्जिलिंग सीट को बीजेपी को गिफ्ट किया था लेकिन बीजेपी ने अपना गठबंधन धर्म नहीं निभाया। लामा ने दार्जिलिंग में फैली अशांति के लिए भी बीजेपी को जिम्मेदार बताया। उन्होंने कहा कि बीजेपी के चलते ही पहाड़ी क्षेत्र में अशांति का माहौल फैला हुआ है। बता दें कि GJM लोकसभा चुनाव में बीजेपी को सपोर्ट करती आई है। वर्तमान लोकसभा में GJM का कोई भी सदस्य नहीं है। हालांकि पश्चिम बंगाल विधानसभा में GJM के तीन विधायक हैं।
Created On :   24 March 2018 8:44 PM IST