मध्यप्रदेश : बैल बनकर पिता-पुत्र जोत रहे खेत, कांग्रेस ने उठाया सवाल
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आर्थिक तंगी किसी व्यक्ति को किस हद तक मजबूर कर सकती है, इसका नमूना मध्यप्रदेश के शाजापुर में देखने को मिला। यहां एक गरीब पिता पुत्र को खुद ही बैल बनकर खेत जोतना पड़ रहा है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने प्रदेश में किसानों को लेकर चल रही योजनाओं को भ्रष्ट बताते हुए इसकी एक तस्वीर ट्विटर पर पोस्ट की है। दुखी कर देने वाली इस तस्वीर ने मध्यप्रदेश में किसानों की माली हालत पर तो सवाल उठाए ही हैं, साथ ही विपक्ष ने इस तस्वीर को मुद्दा बनाकर सरकार पर वार किया है।
मध्यप्रदेश के गुना से मजदूरी की तलाश में शाजापुर आए 80 वर्षीय मेहताब सिंह और उनके पुत्र लक्ष्मीनारायण ने गरीबी के चलते खुद ही बैल बनकर हल चलाने का फैसला किया। दरअसल गरीबी की मार झेल रहे किसान बाप-बेटे के पास और कोई साधन नहीं था, इसीलिए उन्होंने एक भू स्वामी से उनकी जमीन लीज पर ली और खेती करने जुट गए। कोई खेती उपकरण ना होने से दोनों एक दूसरे का सहारा बने। बेटा लक्ष्मीनारायण बना बैल और 80 साल का बुजुर्ग बना हल खींचने वाला। वायरल फोटो में दोनों खेत में बीज बोते नजर आ रहे हैं।
कांग्रेस ने बनाया मुद्दा
वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ ने मध्यप्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान पर तंज कसते हुए किसान पिता पुत्र की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की। इस तस्वीर में दोनों खेत में मेहनत करते हुए दिख रहे हैं। कांग्रेस नेता ने ट्विटर पर लिखा कि "किसान पुत्र के राज में खेती - किसानी को लेकर सरकार चाहे कितने बड़े दावे करे लेकिन वास्तविक तस्वीर कुछ और है? आज किसान सबसे ज़्यादा परेशान है। उनके नाम पर चल रही योजनाओं में जमकर भ्रष्टाचार है, जिसका उसे कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है"। तस्वीर के वायरल होने से प्रदेश के राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं शुरू हो गई हैं।
बता दें कि नवंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं। जिसके लिए एक ओर शिवराज सरकार किसान आंदोलन के बाद से रूठे किसानों को मनाने में लगी हुई है तो दूसरी ओर विपक्ष सरकार पर निशाना साधने का कोई मौका नहीं छोड़ रहा है।
किसान पुत्र के राज में खेती - किसानी को लेकर सरकार चाहे कितने बड़े दावे करे लेकिन वास्तविक तस्वीर कुछ और है....?
आज किसान सबसे ज़्यादा परेशान है...उनके नाम पर चल रही योजनाओं में जमकर भ्रष्टाचार है, जिसका उसे कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है... pic.twitter.com/wYO4Nb6BCy
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) July 6, 2018
Created On :   6 July 2018 5:58 PM IST