RSS में संगठनात्मक बदलाव का BJP पर भी पड़ सकता है असर

डिजिटल डेस्क, नागपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) में संगठनात्मक बदलाव का BJP पर भी असर पड़ सकता है। संघ की सभा के बाद BJP में कुछ पदाधिकारियों की जिम्मेदारियां बदल सकती हैं। संघ मामलों के जानकारों ने साफ कहा है कि RSS के कुछ स्वयंसेवक BJP में भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां संभाल रहे हैं। उन स्वयंसेवकों की जिम्मेदारी बदलने पर BJP में भी कुछ बदलाव से इनकार नहीं किया जा सकता है। खास बात है कि संघ की प्रतिनिधि सभा में तय होने वाले प्रस्ताव इस बार काफी महत्व रखेगा। 2019 के लोकसभा चुनाव के पहले संघ के विस्तार कार्य की कड़ी में कुछ नए निर्णय लिए जा सकते हैं।
गौरतलब है कि 9 से 11 मार्च तक हेडगेवार स्मृति भवन, रेशमबाग में संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा होने वाली है। इस सभा में 1500 के करीब पदाधिकारी शामिल रहेंगे। 3 वर्ष में हाेने वाली इस सभा में संघ के पदाधिकारियों का चुनाव भी होगा। सरसंघचालक को छोड़कर शेष पदों के लिए चुनाव होगा। इनमें महासचिव स्तर के सरकार्यवाह पद को लेकर अधिक चर्चा है। 2009 में 3 वर्ष के लिए सरकार्यवाह चुने गए सुरेश उर्फ भैयाजी जोशी लगातार 3 बार सरकार्यवाह बने। 2015 के चुनाव में चर्चा थी कि उनके स्थान पर दत्तात्रेय होसबले को सरकार्यवाह चुना जा रहा है, लेकिन जोशी ही चुने गए थे। इस बार वही चर्चा सुनी जा रही है। कहा जा रहा है कि स्वास्थ्य कारणों से जोशी सरकार्यवाह पद की जिम्मेदारी नहीं संभालेंगे। उनके स्थान पर होसबले को मौका दिया जाएगा।
क्या हो सकता है
यह भी सुना जा रहा है कि संघ में बदलाव के कुछ समय बाद BJP में संगठनात्मक बदलाव हो सकता है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के महासचिव सुनील आंबेकर नागपुर के हैं। उन्हें संघ प्रतिनिधि के तौर पर BJP की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में स्थान दिलाया जा सकता है। BJP के संगठनात्मक मामलों में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संभालने वाले संगठन महामंत्री रामलाल स्वास्थ्य कारणों से BJP से वापस आकर संघ में अन्य जिम्मेदारी संभाल सकते हैं। कुछ समय पहले महाराष्ट्र BJP से संगठन मंत्री का पद छोड़ने वाले रवींद्र भुसारी को भी अन्य जिम्मेदारी मिल सकती है। अप्रैल में राज्यसभा के 58 स्थानों के लिए चुनाव होने वाले हैं। माना जा रहा है कि उस चुनाव के लिहाज से भी BJP में संघ प्रतिनिधियों का समायोजन होगा।
Created On :   4 March 2018 4:01 PM IST