विपक्षी दलों का एक साथ आना राजनीति में बड़े बदलाव का संदेश है : कुमारस्वामी
डिजिटल डेस्क, बेंगलुरू। कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद एचडी कुमारस्वामी ने कहा है कि उनके शपथ ग्रहण समारोह में पूरे देशभर से विपक्षी दलों के नेताओं का आना आगामी चुनावों के लिए राजनीति में बड़े उलटफेर का संकेत है। मुख्यमंत्री बनने के बाद पत्रकारों के साथ बातचीत में उन्होंने कहा, "देशभर से विपक्षी पार्टियों के नेता शपथग्रहण में जेडीएस-कांग्रेस के गठबंधन को प्रोटेक्ट करने नहीं आए थे। इस गठबंधन सरकार को तो स्थानीय कांग्रेस नेता और हमारे नेता प्रोटेक्ट करेंगे ही। समारोह में देशभर से विपक्षी दलों के नेता देश को एक संदेश देने आए थे कि हम सब साथ हैं। 2019 में देश के राजनीतिक परिदृश्य में बड़ा बदलाव आने वाला है।"
Leaders who came from all over country wanted to give a message to the nation that we are one in 2019 there will be a major change in political situation, they were not here to protect this govt, this govt will be protected by local Congress leaders our leaders: Karnataka CM pic.twitter.com/imERreU2Qs
— ANI (@ANI) May 23, 2018
गठबंधन सरकार को चलाने में आने वाली संभावित समस्याओं के सवाल पर कुमारस्वामी ने कहा, "कांग्रेस-जेडी(एस) गठबंधन की यह सरकार किसी एक पार्टी द्वारा चलाई जा रही सरकार से भी बेहतर चलेगी। हम जनता के हित में आपसी समन्वय स्थापित करेंगे।" उन्होंने यह भी कहा कि वे जल्द ही कर्नाटक के किसानों का कर्ज माफ करने जा रहे हैं।
This coalition government (Congress-JD(S)) will run better than any one party govt and we will concentrate on working for the public. We have decided to work together for the betterment of the state.: Karnataka CM HD Kumaraswamy. pic.twitter.com/ZVKaDtUwQ0
— ANI (@ANI) May 23, 2018
बता दें कि एचडी कुमारस्वामी ने बुधवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल वजुभाई वाला ने उन्हें CM पद की शपथ दिलाई। वे दूसरी बार कर्नाटक के सीएम बने हैं। कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह में देशभर से विपक्षी दलों के नेता आए थे। कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी से लेकर आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, कम्युनिस्ट नेता सीताराम येचुरी, पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी, शरद यादव, NCP नेता शरद पवार, UP के पूर्व CM अखिलेश यादव, RJD नेता तेजस्वी यादव और BSP सुप्रीमो मायावती जैसे क्षेत्रिय दलों के प्रमुख मौजूद थे। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बीजेपी विरोधी इन तमाम दलों के नेताओं का एक मंच पर इकट्ठा होना निश्चित तौर पर सत्तारूढ़ पार्टी और संघ के लिए खतरे की घंटी है।
Created On :   23 May 2018 8:47 PM IST