नोटबंदी का एक साल : TMC ने मनाया 'काला दिवस', सरकार ने बताया चमत्कार

Tmc Declares 8th November Black Day Jayant Sinha Calls Miracle
नोटबंदी का एक साल : TMC ने मनाया 'काला दिवस', सरकार ने बताया चमत्कार
नोटबंदी का एक साल : TMC ने मनाया 'काला दिवस', सरकार ने बताया चमत्कार

डिजिटल डेस्क, कोलकाता. नोटबंदी का एक साल पूरे होने पर विपक्ष ने इस दिन "काला दिवस" मनाया. इस मसले पर विपक्ष की एकता को ताकत देते हुए तृणमूल कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल में "काला दिवस" मनाया। जगह-जगह पार्टी नेताओं ने नरेंद्र मोदी का पुतला जलाया।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नोटबंदी को "डीमन (शैतान) दिवस" करार दिया और अपने ट्विटर अकांउट पर नजर आने वाली तस्वीर को काला कर दिया। ममता ने अपनी फेसबुक पोस्ट को भी रीट्वीट किया और आरोप लगाया कि नोटबंदी बड़ा घोटाला था, इससे बस अमीरों को फायदा पहुंचा है. जिसे काला धन सफेद करने लिए किया गया था।

इस पर जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा ने नोटबंदी को चमत्कार बताया। सिन्हा ने कोलकाता में कोलकाता में कहा कि "मैं ममता जी को चुनौती देता हूं। मैं उनसे सीधे-सीधे कहना चाहता हूं कि नोटबंदी घोटाला नहीं है। मैं यह संदेश बंगाल के लोगों तक पहुंचाना चाहता हूं। मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि आज भारत के लोग कह रहे हैं कि नोटबंदी घोटाला नहीं बल्कि चमत्कार है"। इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व पश्चिम बंगाल के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हाकिम ने कोलकाता के चेतला इलाके में किया।

गौरतलब है कि 8 नवंबर 2016 की रात 8 बजे पीएम नरेंद्र मोदी ने टीवी पर देश की जनता के नाम एक संबोधन दिया। उन्होंने कहा, "भ्रष्टाचार और कालेधन पर लगाम कसने के लिए हमने 500 और 1000 रुपए के नोट बंद करने का फैसला लिया है। ये नोट मध्यरात्री से लीगल टेंडर नहीं रहेंगे।" जनता से अपील की गई कि जिनके पास भी 500 और 1000 के नोट हैं वो उन्हें बैंकों में जमा करा दें।

पीएम मोदी के इस ऐलान की खबर 1 से 2 घंटे में पूरे देशभर में फैल गई। पीएम मोदी ने अपने संबोधन के दौरान बताया था कि भ्रष्टाचार और कालेधन के खात्मे के लिए उन्होंने नोटबंदी का फैसला लिया है। बाद में यह भी बताया गया कि सर्कुलेशन में मौजूद नकली नोटों को खत्म करना, आतंकवाद और नक्सल गतिविधियों पर लगाम कसने समेत कैशलेस इकोनॉमी को बढ़ावा देने जैसे कई और कारण भी इसकी वजह हैं।

रिजर्व बैंक ने 30 अगस्त 2017 को बताया कि नोटबंदी के बाद 1000 रुपये और 500 रुपये के करीब 99 प्रतिशत नोट वापस आ गए। कुल 15 लाख 44 हजार करोड़ के पुराने नोट बंद हुए थे।  इनमें से 15 लाख 28 हजार करोड़ की रकम बैंकों में लौटी है। यानी कि मात्र 16 हजार करोड़ रुपए ही बैंकों के पास नहीं आए।

Created On :   8 Nov 2017 8:33 PM IST

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