पहली से 12वीं तक सभी कक्षाओं की पढ़ाई के लिए होंगे टीवी चैनल

TV channels to be taught for all classes from 1st to 12th
पहली से 12वीं तक सभी कक्षाओं की पढ़ाई के लिए होंगे टीवी चैनल
पहली से 12वीं तक सभी कक्षाओं की पढ़ाई के लिए होंगे टीवी चैनल

नई दिल्ली, 17 मई (आईएएनएस)। देशभर के छात्रों की पढ़ाई के लिए विशेष टीवी चैनल्स शुरू किए जाएंगे। छात्रों की ऑनलाइन पढ़ाई हेतु इस प्रस्ताव के तहत कक्षा पहली से लेकर कक्षा 12 तक प्रति वर्ग के लिए एक-एक समर्पित टीवी चैनल शुरू किया जाएगा। यह शुरुआत प्रधानमंत्री ई-विद्या नामक एक व्यापक पहल के तहत की गई है।

केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने रविवार को कहा, देश के विद्यार्थियों, अभिभावकों और शिक्षकों की ओर से, मैं माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण को प्रधानमंत्री ई-विद्या जो एक व्यापक ई-लनिर्ंग प्लेटफॉर्म है, को लॉन्च करने के लिए धन्यवाद देता हूं।

निशंक ने एक ट्वीट के माध्यम से कहा, शिक्षा की पंहुच अधिक व्यापक बनाने हेतु रेडियो, सामुदायिक रेडियो और सीबीएसई पॉडकास्ट- शिक्षा वाणी का व्यापक उपयोग होगा।

कक्षा 1 से 12 तक प्रत्येक में 12 समर्पित टीवी चैनल होना प्रस्तावित है। प्रत्येक कक्षा के लिए छह घंटे के टेलीकास्ट (रिकॉर्ड किए गए और लाइव प्रोग्राम सहित) कार्यक्रम की योजना बनाने की आवश्यकता है। सुबह आठ बजे से अपराह्न् दो बजे तक या शाम सात बजे से एक बजे तक। प्रति दिन तीन रिपीट टेलीकास्ट के साथ सप्ताह के सभी दिन 24 घंटे। यह प्रत्येक बच्चे को स्लॉट्स को सुविधाजनक रूप से चुनने और शैक्षिक कार्यक्रमों का सार्थक उपयोग करने की सुविधा प्रदान करेगा।

राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में स्कूली शिक्षा के लिए गुणवत्तापूर्ण ई-सामग्री प्रदान करने के लिए देश का डिजिटल बुनियादी ढांचा और क्यूआर कोडित एनर्जेटिक टेक्स्टबुक स्कूल और उच्च शिक्षा के लिए ऑनलाइन पाठ्यक्रम के मद्देनजर यह एक अहम पहल है।

निशंक ने कहा, ²ष्टिबाधित और श्रवण बाधित बच्चों के लिए विशेष ई-सामग्री, डिजिटल रूप से सुगम्य सूचना प्रणाली पर विकसित और एनआईओएस वेबसाइट और यूट्यूब पर सांकेतिक भाषा में दिव्यांग बच्चों के लिए अध्ययन सामग्री उपलब्ध कराई गई है।

निशंक ने कहा कि यह मंच डिजिटल, ऑनलाइन, ऑन-एयर शिक्षा से संबंधित सभी प्रयासों को एकीकृत करता है, जिससे 33 करोड़ छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक बहु-मोड पहुंच प्राप्त हो सके।

Created On :   17 May 2020 6:31 PM IST

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