जम्मू-कश्मीर के नौशेरा सेक्टर में 48 घंटे में घुसपैठ की दो कोशिशें नाकाम : सेना
![Two infiltration attempts failed in 48 hours in Jammu and Kashmirs Nowshera sector: Army Two infiltration attempts failed in 48 hours in Jammu and Kashmirs Nowshera sector: Army](https://d35y6w71vgvcg1.cloudfront.net/media/2022/08/868213_730X365.jpg)
- सेना के एक अधिकारी ने कहा
- दो आतंकवादी
- जो पीछे छिपे थे
डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के नौशेरा सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर तैनात सतर्क जवानों ने पिछले 48 घंटों में घुसपैठ की दो बड़ी कोशिशों को नाकाम कर दिया है। सेना के अधिकारियों ने बताया कि 21 अगस्त की तड़के नौशेरा के झंगर इलाके में तैनात सतर्क जवानों ने दो से तीन आतंकियों की गतिविधि देखी। एक सैन्य अधिकारी ने कहा, एक आतंकवादी भारतीय चौकी के करीब आया और बाड़ काटने की कोशिश की, जब उसे सतर्क जवानों ने चुनौती दी। आतंकवादी ने भागने की कोशिश की, हालांकि, उसे निष्प्रभावी कर दिया गया।
सेना के एक अधिकारी ने कहा, दो आतंकवादी, जो पीछे छिपे थे, घने जंगल और टूटी हुई जमीन का सहारा लेकर क्षेत्र से भाग गए। घायल पाकिस्तानी आतंकवादी को जिंदा पकड़ लिया गया और तत्काल चिकित्सा सहायता प्रदान की गई और जीवन रक्षक सर्जरी की गई। पकड़े गए आतंकवादी ने अपनी पहचान पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के जिला कोटली के सब्जकोट गांव निवासी तबारक हुसैन के रूप में बताई है। सेना के अधिकारियों ने कहा कि आगे की पूछताछ में, आतंकवादी ने भारतीय सेना की चौकी पर हमला करने की अपनी योजना के बारे में कबूल किया।
उन्होंने कहा, तबारक हुसैन ने कहा कि, उसे कर्नल यूनुस चौधरी नामक पाकिस्तान खुफिया एजेंसी के एक कर्नल द्वारा भेजा गया था, जिन्होंने उसे (पाकिस्तानी) 30,000 रुपये का भुगतान किया था। उन्होंने यह भी खुलासा किया कि उन्होंने अन्य आतंकवादियों के साथ, भारतीय की दो, तीन करीबी रेकी की थी। संयोग से, व्यक्ति को पहले भारतीय सेना ने 2016 में उसके भाई हारून अली के साथ उसी सेक्टर से पकड़ा था, और नवंबर 2017 में मानवीय आधार पर छोड़ दिया गया था। सेना ने बताया कि दूसरे ऑपरेशन में 22/23 अगस्त की रात नौशेरा के लाम इलाके में दो-तीन आतंकियों के एक गुट ने घुसपैठ की कोशिश की।
उन्होंने कहा, हमारे सैनिक नियंत्रण रेखा को पार करते हुए आतंकवादियों को देखने में सक्षम थे और इस मूवमेंट की लगातार निगरानी कर रहे थे। जैसे ही वे हमारे क्षेत्रों में आगे बढ़े, और दो आतंकवादी को मौके पर ढेर कर दिया गया। अन्य आतंकवादी संभवत: घायल है और इलाके में छिपा है या खराब मौसम और घने पत्ते का फायदा उठाकर वापस चले गए हैं। सेना के अधिकारियों ने कहा कि 48 घंटे की छोटी अवधि में घुसपैठ की दो कोशिशें, राजौरी क्षेत्र में शांति भंग करने के लिए विरोधी द्वारा एक सीधा प्रयास है। एक अधिकारी ने कहा, हालांकि, नियंत्रण रेखा पर तैनात अपने सैनिक विरोधी के किसी भी नापाक मंसूबों को हराने के लिए सतर्क हैं।
(आईएएनएस)
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Created On :   24 Aug 2022 4:30 PM GMT