Budget 2018: किसने क्या कहा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को संसद में आम बजट पेश किया। ये बजट मोदी सरकार का आखिरी फुल बजट था और साथ ही जीएसटी लागू होने के बाद पहला बजट। बजट पेश होने के बाद विपक्षी पार्टियों के नेताओं के रिएक्शन भी आने लगे हैं। कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने ट्वीट करते हुए बजट को बेवकूफ बनाने वाला बजट बताया। उन्होंने कहा कि चार साल बाद चुनावी वर्ष में किसान, मजदूर, छोटे कारीगर, वेतनभोगियों के लिए छोटा बजट पेश करके बेवकूफ बनाया गया है।
वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मुझे उम्मीद थी कि देश की राजधानी के इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स को लेकर कुछ महत्वपूर्ण ऐलान किया जाएगा। केजरीवाल ने आगे लिखा मुझे निराशा है कि केंद्र में होने के बावजूद दिल्ली के साथ लगातार सौतेला व्यवहार किया जा रहा है।
बजट को लेकर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि "गरीब-किसान-मजदूर को निराशा; बेरोजगार युवाओं को हताशा; कारोबारियों, महिलाओं, नौकरीपेशा और आम लोगों के मुँह पर तमाचा। ये जनता की परेशानियों की अनदेखी करने वाली अहंकारी सरकार का विनाशकारी बजट है। आख़री बजट में भी भाजपा ने दिखा दिया कि वो केवल अमीरों की हिमायती है। अब जनता जवाब देगी।
वहीं दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि बेहद निराशाजनक बजट, 2001-02 से केंद्रीय टैक्स में दिल्ली के हिस्से में एक भी अतिरिक्त रुपए की वृद्धि नहीं हुई। हमेशा की तरह दिल्ली का बजट 325 करोड़ रुपए, भारत के अन्य राज्यों के साथ भी ऐसा व्यवहार नहीं होता होगा। दिल्ली पुलिस, दिल्ली स्थित जमीन, क्लीनिक, स्कूल्स, हॉस्पिटल, बस डिपोट तमाम क्षेत्र केंद्र सरकार के अंर्तगत आते हैं, इसके बावजूद कोई भी नई स्कीम या योजना की घोषणा नहीं की।
बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने लिखा, मोदी सरकार ने धरातल पर कुछ नहीं किया और ना ही कर रही। सरकार सिर्फ़ कागज़ों पर बातों के पकौड़े और जुमलों के बताशे उतार रही है।
बजट में बिहार के लिए कुछ भी नहीं। बिहार को विशेष पैकेज और विशेष राज्य के दर्जे पर कुछ भी नहीं मिला। नीतीश कुमार बताए क्या यही उनके लिए डबल इंजन है? नीतीश जी की वजह से बीजेपी की केंद्र सरकार बिहार के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है।
I had expected some financial assistance to important infrastructure projects for national capital. Am disappointed that Centre continues its step-motherly treatment to Delhi
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) February 1, 2018
गरीब-किसान-मजदूर को निराशा; बेरोजगार युवाओं को हताशा; कारोबारियों, महिलाओं, नौकरीपेशा और आम लोगों के मुँह पर तमाचा. ये जनता की परेशानियों की अनदेखी करने वाली अहंकारी सरकार का विनाशकारी बजट है. आख़री बजट में भी भाजपा ने दिखा दिया कि वो केवल अमीरों की हिमायती है. अब जनता जवाब देगी.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 1, 2018
After servicing the Capitalist, oligarch and Khas Aadmi for four years suddenly Govt feels that it can fool the Farmer, the labourer, the small artisan, the salaried professional that it cares about them too in an election year.Hell hath no fury like a nation scorned.#budget2018
— Manish Tewari (@ManishTewari) February 1, 2018
मोदी सरकार ने धरातल पर कुछ नहीं किया और ना ही कर रही। सरकार सिर्फ़ कागज़ों पर बातों के पकौड़े और जुमलों के बताशे उतार रही है। #Budget2018
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) February 1, 2018
बजट में बिहार के लिए कुछ भी नहीं। बिहार को विशेष पैकेज और विशेष राज्य के दर्जे पर कुछ भी नहीं मिला। नीतीश कुमार बताए क्या यही उनके लिए डबल इंजन है? नीतीश जी की वजह से बीजेपी की केंद्र सरकार बिहार के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) February 1, 2018
Disappointing #Budget2018.
— Manish Sisodia (@msisodia) February 1, 2018
Not a single extra rupee increased in Delhi’s share in Central taxes since 2001-02, stays at Rs 325 Cr. No other part of India gets such treatment.
BJP govt at Center continues to treat Delhi residents as second-grade citizens. N/1
Delhi police comes under Centre. Yet no plans or schemes announced to tackle crime and issues of women safety that have made Delhi the crime capital of India.
— Manish Sisodia (@msisodia) February 1, 2018
Highly disappointing #Budget2018!
N/2
Created On :   1 Feb 2018 6:06 PM IST