United Nations General Assembly: UN में पीएम मोदी का संबोधन, बोले- भारत वो देश, जिसने शांति की स्थापना की

United Nations General Assembly: UN में पीएम मोदी का संबोधन, बोले- भारत वो देश, जिसने शांति की स्थापना की
हाईलाइट
  • कोरोना के हालात पर पीएम ने की चर्चा
  • संयुक्त राष्ट्र महासभा का 75वां सत्र
  • संयुक्त राष्ट्र में पीएम मोदी का संबोधन

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संयुक्त राष्ट्र संघ की जनरल असेंबली को संबोधित किया। संयुक्त राष्ट्र महासभा वर्चुअल तरीके से आयोजित की गई। पीएम मोदी संयुक्त राष्ट्र महासभा के 75वें सत्र की आम सभा को संबोधित कर रहे हैं। अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि भारत वो देश है, जिसने शांति की स्थापना की। 

संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र की 75वीं वर्षगांठ पर भारत के 130 करोड़ से ज्यादा लोगों की तरफ से प्रत्येक सदस्य देश को बहुत-बहुत बधाई देता हूं। भारत को इस बात का बहुत गर्व है कि वो संयुक्त राष्ट्र के संस्थापक देशों में से एक है।

पीम मोदी के संबोधन की अहम बातें

विश्व के सबसे बड़े वैक्सीन उत्पादक देश के तौर पर आज मैं वैश्विक समुदाय को एक और आश्वासन देना चाहता हूं। भारत की वैक्सीन प्रोडक्शन और वैक्सीन डिलीवरी क्षमता पूरी मानवता को इस संकट से बाहर निकालने के लिए काम आएगी।

पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने हमेशा पूरी मानव जाति के हित के बारे में सोचा है। न कि अपने निहित स्वार्थों के बारे में, भारत की नीतियां हमेशा से इसी दर्शन से प्रेरित रही हैं। महामारी के इस मुश्किल समय में भी भारत की फार्मा इंडस्ट्री ने 150 से अधिक देशों को जरूरी दवाइयां भेजीं हैं।

पीएम मोदी ने कहा, "भारत जब किसी से दोस्ती का हाथ बढ़ाता है, तो वो किसी तीसरे देश के खिलाफ नहीं होती। भारत जब विकास की साझेदारी मजबूत करता है, तो उसके पीछे किसी साथी देश को मजबूर करने की सोच नहीं होती। हम अपनी विकास यात्रा से मिले अनुभव साझा करने में कभी पीछे नहीं रहते।"

पीएम मोदी ने कहा कि भारत के लोग UN के रिफॉर्म्स को लेकर जो प्रोसेस चल रहा है, उसके पूरा होने का बहुत लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं। भारत के लोग चिंतित हैं कि क्या ये प्रक्रिया कभी लॉजिकल एंड तक पहुंच पाएगा। कब तक भारत को संयुक्त राष्ट्र के डिसिजन मेकिंग स्ट्रक्चर से अलग रखा जाएगा।

संयुक्त राष्ट्र की प्रतिक्रियाओं में बदलाव, व्यवस्थाओं में बदलाव, स्वरूप में बदलाव, आज समय की मांग है: पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि पिछले 8-9 महीने से पूरा विश्व कोरोना वैश्विक महामारी से संघर्ष कर रहा है। इस वैश्विक महामारी से निपटने के प्रयासों में संयुक्त राष्ट्र कहां है? एक प्रभावशाली रिस्पॉन्स कहां है?

- पीएम मोदी बोले "ये बात सही है कि कहने को तो तीसरा विश्व युद्ध नहीं हुआ, लेकिन इस बात को नकार नहीं सकते कि अनेकों युद्ध हुए, अनेकों गृहयुद्ध भी हुए। कितने ही आतंकी हमलों ने खून की नदियां बहती रहीं। इन युद्धों और हमलों में, जो मारे गए वो हमारी-आपकी तरह इंसान ही थे। लाखों मासूम बच्चे  जिन्हें दुनिया पर छा जाना था, वो दुनिया छोड़ कर चले गए। उस समय और आज भी, संयुक्त राष्ट्र के प्रयास क्या पर्याप्त थे?"

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा है कि आज विश्व अलग दौर से गुजर रहा है। पूरा विश्व कोरोना महामारी से निपट रहा है। आज गंभीर आत्ममंथन की जरूरत है।


 

Created On :   26 Sep 2020 1:15 PM GMT

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