यूपी एसटीएफ की टीम ने एक और गैंगस्टर का किया काम तमाम, एनकाउंटर में हुआ ढेर
- शातिर अपराधी 10 अप्रैल को जेल से हुआ था रिहा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में एनकाउंटर का सिलसिला जारी है। कुख्यात गैंगस्टर अनिल दुजाना उर्फ अनिल नागर गुरुवार दोपहर को यूपी के मेरठ शहर में पुलिस मुठभेड़ के दौरान ढेर हो गया है। यह एनकाउंटर मेरठ के भोला झाल स्थित गंग नहर के पास हुआ है। जानकारी के मुताबिक, यह शातिर अपराधी 10 अप्रैल को जेल से रिहा हुआ था। बताया जा रहा है कि यूपी पुलिस को शक था कि यह अपराधी कोई बड़ी घटना को अंजाम देने वाला था। जिसके चलते पुलिस की टीम ने दुजाना के पीछे सर्च अभियान में जारी किया। इस दौरान पुलिस को सूचना मिली की वह मेरठ में छिपा है। इस खूंखार अपराधी पर पुलिस ने इनाम घोषित किया था। लेकिन आज दुजाना को यूपी एसटीएफ की टीम ने एनकाउंटर में मार गिराया।
कई अपराधिक मामले दर्ज
बता दें कि, दुजाना पर राजधानी दिल्ली और उत्तर प्रदेश में 18 मर्डर और 60 से अधिक अपराधिक मामले दर्ज है। इनमें नोएडा, गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर सहित यूपी के कई जिलों में दुजाना के खिलाफ हत्या, लुटपाट, डकैती के अलावा उगाही जैसे मामले में एफआईआर दर्ज है। पिछले साल दिल्ली पुलिस ने दुजाना और उसके दो साथियों को गिरफ्तार किया था। जानकारी के मुताबिक, दुजाना यूपी के गौतमबुद्ध नगर का रहने वाला है। साल 2011 की बात है जब दिल्ली में गैंगस्टर अनिल दुजाना और उसके अन्य साथियों ने एक शादी समारोह में शूट आउट का अंजाम दिया था, जिसमें 3 लोगो की मौके पर ही मौत हो गई है। यह खबर 2011 में काफी ज्यादा चर्चा में रही थी।
बुलेटप्रूफ जैकेट पहनने के पीछे का राज
दुजाना की दुश्मनी माफिया सुंदर भाटी और उसके गैंग से रही है और दोनों की दुश्मनी के चलते कई हत्याएं भी हुई हैं। साल 2012 में दुजाना ने अपने सहयोगियों की मदद से सुंदर भाटी और उसके गुर्गों पर AK-47 राइफल से हमला किया था। गौरतलब है कि, ये दोनों गैंगस्टरों की लड़ाई के पीछे की बड़ी वजह सरकारी ठेकों से वसूली, सरिया की चोरी और टोल के ठेकों से वसूली को लेकर रही हैं। यही वजह थी कि जब अनिल दुजाना को अदालत में पेश किया जाता था तो उसे बुलेटप्रुफ जैकेट पहनाया जाता था। क्योंकि पुलिस को आशंका थी कि दुजाना पर उसके दुश्मन कभी हमला कर सकते हैं।
उत्तर प्रदेश में योगी सरकार अपराधियों पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाए हुए हैं। हाल ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने कहा था कि किसी भी अपराधी को बख्सा नहीं जायेगा। पहले अपराधी के भय से व्यापारी यूपी में कदम रखने से डरते थे, लेकिन आज वहीं अपराधी यूपी पुलिस से डरते हैं।
यूपी में एनकाउंटर का सिलसिला जारी
हाल ही में प्रयागराज में उमेशपाल और दो पुलिसकर्मियों की हत्या के मुख्य आरोपी असद अहमद और उसके दोस्त गुलाम को यूपी एसटीएफ की टीम ने 13 अप्रैल को एनकाउंटर में मार गिराया था। हालांकि इससे पहले छह मार्च को पुलिस ने उस्मान को एनकाउंटर में मारा गिराया था। लेकिन गुड्डु मुस्लिम अभी भी यूपी पुलिस की गिरफ्त से फरार चल रहा है। बता दें कि, 15 अप्रैल को अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को प्रयागराज में मेडिकल चेक-अप के लिए ले जाते वक्त पुलिस की मौजूदगी और मीडिया के बीच में तीन शूटरों ने हत्या कर दी थी।
Created On :   4 May 2023 3:51 PM IST