पहले ही दिन डेढ़ घंटे देरी से पहुंची वंदे भारत एक्सप्रेस

Vande Bharat Express Late by 1 Hour 30 Min in Maiden Commercial Run
पहले ही दिन डेढ़ घंटे देरी से पहुंची वंदे भारत एक्सप्रेस
पहले ही दिन डेढ़ घंटे देरी से पहुंची वंदे भारत एक्सप्रेस
हाईलाइट
  • 3 मार्च तक बुक हैं सारी टिकट
  • कोहरा बना लेट होने का कारण
  • तत्काल आरक्षण की सुविधा चालू

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में ही निर्मित की गई सेमी हाईस्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस (ट्रेन-18) अपने पहले सफर में ही देरी से पहुंची। नई दिल्ली चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस डेढ़ घंटे लेट वाराणसी पहुंची तो वहीं वाराणसी से चलने वाली ट्रेन का सफर 1 घंटे देरी से ही शुरू हुआ, हालांकि दिल्ली और NCR में पड़ रहे कोहरे को भी ट्रेन में देरी होने का कारण बताया जा रहा है।

इसके बाद भी पहली बार वंदे भारत एक्सप्रेस का सफर कर रहे यात्रियों के उत्साह में कोई कमी नहीं आई। दिल्ली से सुबह 6 बजे चली वंदे भारत एक्सप्रेस कानपुर पहुंचते-पहुंचते 1.12 घंटे लेट हो गई। ट्रेन को 12.23 बजे इलाहाबाद जंक्शन पहुंचना था, लेकिन पहुंचते-पहुंचते 1.31 बज गए। इसके बदा 1.35 बजे ट्रेन वहां से वाराणसी के लिए निकली और 1.25 घंटे की देरी के साथ 3.25 बजे वाराणसी पहुंची। वारणसी से वंदे भारत एक्सप्रेस दोपहर 3 बजे की जगह 4.19 बजे चली। 

पहले दिन वंदे भारत एक्सप्रेस में सवार होकर 117 यात्री इलाहाबाद से वाराणसी गए, जबकि इलाहाबाद से 657 यात्रियों ने दिल्ली तक सवारी की। बता दें कि ये ट्रेन 3 मार्च तक पूरी तरह से बुक है। एसी-चेयरकार और एग्जीक्यूटिव क्लास के सभी टिकट पहले ही बुक हो गए हैं, हालांकि तत्काल आरक्षण की सुविधा चालू है।

इससे पहले शनिवार को फाइनल ट्रायल के दौरान भी ट्रेन में गड़बड़ी आ गई थी। ट्रेन वाराणसी से दिल्ली वापस लौट रही थी, तभी उत्तर प्रदेश के टूंडला जंक्शन से 18 किलोमीटर की दूरी पर सुबह 5:30 बजे ट्रेन रुक गई, हालांकि करीब 8:15 बजे ट्रेन दिल्ली के लिए रवाना हो गई। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक दिन पहले ही इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी। इस अवसर पर रेल मंत्री पीयूष गोयल और रेलवे बोर्ड के सदस्य उपस्थित थे। रविवार से यह ट्रेन आम लोगों के लिए शुरू होने वाली थी, लेकिन ट्रेन में खराबी के चलते रविवार को इसके पहले कमर्शियल रन को लेकर स्थितियां साफ नहीं हैं।

 
डिब्बों के ब्रेक जाम
ट्रेन में अचानक आई इस खराबी का कारण ट्रेन को रुकना पड़ा। इस दौरान ट्रेन दिल्ली से करीब 200 किमी की दूरी पर थी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ट्रेन की अंतिम चार बोगियों में बिजली गुल हो गई और आखिरी के कुछ डिब्बों के ब्रेक जाम हो गए, जिसके चलते ट्रेन रुकी। समस्या के बाद से इंजीनियर प्रिंसिपल चीफ मैकेनिक इंजीनियर उत्तर रेलवे के संपर्क में हैं। ट्रेन पर मौजूद इंजीनियरों ने वरिष्ठ अधिकारियों को बताया कि ट्रेन के कंट्रोल्स भी फेल हो गए। खबर है कि ट्रेन को ठीक करने के लिए दिल्ली की जगह निकटम मेंटेनेंस शेड में ले जाया जाएगा। फिलहाल इस गड़बड़ी को ठीक नहीं किया जा सका। इस ट्रेन में मौजूद यात्रियों को दो अन्य ट्रेन के जरिए अपने गंतव्य के लिए रवाना किया गया है।

 

Created On :   18 Feb 2019 8:02 AM GMT

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