मंत्री ने कहा- 'क्या शहीद की अंतिम विदाई में जाकर उन्हें जिंदा कर देते'
डिजिटल डेस्क, पटना। शहीद की शहादत पर बिहार के एक मंत्री का बेशर्मी भरा बयान सामने आया है। बिहार सरकार में मंत्री विनोद सिंह ने बुधवार को शहीद मुजाहिद खान की अंत्येष्टि में शामिल नहीं होने पर सफाई देते हुए कहा, "अगर मैं भोजपुर उनके घर चला जाता तो क्या वह जिंदा हो जाते?।" मालूम हो कि बिहार के पीरो के रहने वाले मुजाहिद खान श्रीनगर के करन नगर में आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए थे। वह सीआरपीएफ की 49वीं बटालियन के जवान थे। उनका पार्थिव शरीर बुधवार को उनके पैतृक गांव लाया गया था।
विनोद सिंह राज्य के खनन मंत्री और भोजपुर के प्रभारी मंत्री भी हैं। गुरुवार को मीडिया ने जब उनसे शहीद की अंत्येष्टि में शामिल नहीं होने पर सवाल किया तो उन्होंने कहा, "कटिहार से पीरी की दूरी 600 किलोमीटर है, हम रास्ते में हूं और शहीद के परिवार से मिलने जा रहा हूं।" जब उनसे पूछा गया कि वह मंगलवार को क्यों नहीं गए और आज जाने से क्या फायदा तो उन्होंने कहा, "कल ही जाकर क्या फायदा होता, मैंने दिल से उन्हें सैल्यूट किया है, कल जाकर हम उन्हें जिंदा कर देते क्या।"
भोजपुर के प्रभारी मंत्री होने के नाते उनसे उम्मीद की जा रही थी कि वो शहीद के अंतिम संस्कार में शामिल होंगे लेकिन वो कटिहार स्थित अपने घर पर बुधवार को पत्नी संग वेलेंटाइन डे मनाते नजर आए थे। पत्नी संग गुलाब लेकर वेलेंटाइन डे मनाते हुए उनकी तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। विनोद सिंह कटिहार के प्राणपुर विधान सभा सीट से विधायक हैं।
बता दें कि इससे पहले श्रीनगर में आतंकियों के हमले में शहीद हुए जवान मुजाहिद खान के परिजनों ने मुआवजा लेने से इनकार कर दिया था। बिहार सरकार की तरफ से शहीद के परिजनों को पांच लाख रुपए दिए गए थे, लेकिन मुजाहिद के भाई ने इसे लौटा दिया। मालूम हो कि बिहार में हादसे या किसी आपदा में मौत होने पर भी सरकार की तरफ से पीड़ित परिवार को चार लाख रुपये की मदद दी जाती है। पीरो का रहने वाला मुजाहिद आतंकियों से लोहा लेते हुए जम्मू में शहीद हुआ था, ऐसे में इस राशि पर कई लोग सवाल उठा रहे हैं।
Created On :   15 Feb 2018 11:11 PM IST