दिल्ली में हिंसा से दुनिया के सामने देश की प्रतिष्ठा को चोट पहुंची है : राहुल गांधी

Violence in Delhi has hurt the countrys reputation in front of the world: Rahul Gandhi
दिल्ली में हिंसा से दुनिया के सामने देश की प्रतिष्ठा को चोट पहुंची है : राहुल गांधी
दिल्ली में हिंसा से दुनिया के सामने देश की प्रतिष्ठा को चोट पहुंची है : राहुल गांधी
हाईलाइट
  • दिल्ली में हिंसा से दुनिया के सामने देश की प्रतिष्ठा को चोट पहुंची है : राहुल गांधी

नई दिल्ली, 4 मार्च (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी बुधवार शाम उत्तर-पूर्वी दिल्ली के हिंसाग्रस्त इलाकों का दौरा किया। पीड़ित लोगों से मिलने पहुंचे राहुल ने कहा कि देश की राजधानी में हुई इस हिंसा से दुनिया के सामने देश की प्रतिष्ठा को चोट पहुंची है।

राहुल सबसे पहले बृजपुरी इलाके के अरुण पब्लिक स्कूल पहुंचे, जिसे उपद्रवियों ने तोड़फोड़ करने के बाद आग के हवाले कर दिया था। राख के ढेर में तब्दील हो चुके सभी डेस्क, बेंच, कुर्सियां, अलमारियों, फाइलों, रजिस्टर और ब्लैक बोर्ड को देखने के बाद उन्होंने कहा, यह सिर्फ एक स्कूल नहीं, हिंदुस्तान का भविष्य है। नफरत और हिंसा ने महज एक स्कूल की इमारत को नहीं, बल्कि देश के भविष्य को जलाया है।

राहुल ने कहा, नफरत और हिंसा फैलाने वाले लोग तरक्की के दुश्मन हैं। ऐसी हरकतों से लोगों को बांटने की कोशिश की जा रही है। आज यह बहुत दुख का समय है, इसलिए मैं यहां आया हूं। हालात को फिर से ठीक करने के लिए हम सबको मिलकर काम करना करना होगा।

उन्होंने कहा, देश की राजधानी में हुई इस भयानक हिंसा से दुनिया के सामने देश की प्रतिष्ठा को चोट पहुंची है।

हिंसाग्रस्त इलाकों में शांति कायम करने को लेकर उन्होंने कहा, भाईचारा, एकता और प्यार ही हमारी शक्ति है, जिसे हमें बनाए रखना होगा।

इलाके के जले हुए घरों व दुकानों देखने के बाद राहुल ने कहा, हिंसा के दौरान हिंदुस्तान के भाईचारे, एकता और प्यार को जलाया गया है, हिंदुस्तान को जिस तरह से नफरत की आग में जलाया और बांटा जा रहा जा रहा है, इससे भारत माता का कोई फायदा नहीं होगा।

राहुल गांधी के साथ लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी, कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला, शक्ति सिंह गोहिल व वेणुगोपाल भी थे।

वहीं, अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि हिंसा से लोगों का विश्वास आहत हुआ है। उन्होंने कहा, इतनी बड़ी तबाही मची, 46 लोगों की मौत हुई, ढाई सौ ज्या ज्यादा लोग घायल हैं, फिर भी इसी दिल्ली में रहने के बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह हिंसा प्रभावित इलाकों को देखने अभी तक क्यों नहीं आए?

राहुल गांधी ने फारुकिया मस्जिद का मुआयना भी किया, जिसमें हिंसा के दौरान आग लगा दी गई थी।

Created On :   4 March 2020 8:01 PM IST

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