Sardar Vallabhbhai Patel: राष्ट्रपति मुर्मू- उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्ण ने किया सरदार वल्लभभाई पटेल को याद, 150वीं जयंती के मौके पर दिग्गजों ने शेयर किया 'X' पोस्ट

राष्ट्रपति मुर्मू- उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्ण ने किया सरदार वल्लभभाई पटेल को याद, 150वीं जयंती के मौके पर दिग्गजों ने शेयर किया X पोस्ट

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर पूरा देश 'लौह पुरुष' को याद कर रहा है। इस अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन, गृह मंत्री अमित शाह समित कई दिग्गज नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है। सभी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के जरिए अपनी बात कही। तो चलिए जानते हैं किसने क्या कहा?

राष्ट्रपति ने क्या कहा?राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल के जन्म दिवस पर मैं सभी देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं देती हूं। सरदार पटेल एक महान देशभक्त, दूरदर्शी नेता और राष्ट्र-निर्माता थे, जिन्होंने अपने अटूट संकल्प, अदम्य साहस और कुशल नेतृत्व से देश के एकीकरण का ऐतिहासिक कार्य किया। उनकी कर्मनिष्ठा और राष्ट्रसेवा की भावना हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है।

उपराष्ट्रपति ने किया लौह पुरुष को याद

सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के मौके पर उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने कहा सरदार वल्लभभाई पटेल जी की 150वीं जयंती पर, मैं भारत के उस लौह पुरुष को नमन करता हूं, जिनके अटूट दृढ़ संकल्प और दूरदर्शिता ने एक विविध राष्ट्र को एक लोकतांत्रिक गणराज्य में एकीकृत किया। राष्ट्र निर्माण, रियासतों के एकीकरण और राष्ट्रीय एकता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता में उनका अमूल्य नेतृत्व प्रेरणा का स्रोत बना हुआ है। सरदार पटेल की देशभक्ति, अनुशासन और दृढ़ संकल्प की विरासत भारत की प्रगति और लचीलेपन का मार्गदर्शन करती रहती है। आइए, हम एकता और अखंडता के उनके आदर्शों को बनाए रखने के लिए फिर से प्रतिबद्ध हों।

शाह ने किया

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि राष्ट्रीय एकता, अखंडता और किसानों के सशक्तीकरण के प्रतीक लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल जी का उनकी जयंती पर कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से वंदन करता हूं। सरदार साहब ने रियासतों का एकीकरण कर देश की एकता और सुरक्षा को सुदृढ़ बनाया और किसानों, पिछड़ों और वंचितों को सहकारिता से जोड़कर देश को स्वरोजगार और आत्मनिर्भरता की दिशा में अग्रसर किया। उनका दृढ़ विश्वास था कि देश के विकास की धुरी किसानों की समृद्धि में निहित है। वे आजीवन किसानों के कल्याण और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए समर्पित रहे। सरदार साहब ने जिस न्यायप्रधान और एकता के सूत्र में बंधे राष्ट्र का निर्माण किया, उसकी रक्षा करना हर एक राष्ट्रभक्त का दायित्व है।

Created On :   31 Oct 2025 9:07 AM IST

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