जया बच्चन पर टिप्पणी कर फंसे नरेश अग्रवाल, सुषमा स्वराज ने लगाई फटकार
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बीजेपी में शामिल हुए समाजवादी पार्टी के नेता नरेश अग्रवाल अपने बयानों को लेकर एक बार फिर घिरते नजर आ रहे है। इस बार उन्होंने राज्यसभा सांसद जया बच्चन पर विवादित टिप्पणी की है। नरेश अग्रवाल ने कहा, "फिल्मों में डांस और रोल करने वाली से उनकी तुलना कर दी गई"। जया बच्चन पर की गई उनकी इस टिप्पणी पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ऐतराज जताया है। ट्विटर के जरिए सुषमा स्वराज ने अपनी नाराजगी जाहिर की है। सुषमा स्वराज ने कहा, "श्री नरेश अग्रवाल भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए हैं। उनका स्वागत है, लेकिन जया बच्चन जी के विषय में उनकी टिप्पणी अनुचित एवं अस्वीकार्य है।"
श्री नरेश अग्रवाल भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए हैं. उनका स्वागत है.
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) March 12, 2018
लेकिन जया बच्चन जी के विषय में उनकी टिप्पणी अनुचित एवं अस्वीकार्य है.
क्या कहा था नरेश अग्रवाल ने?
बीजेपी में शामिल होने के बाद नरेश अग्रवाल मीडिया से मुखातिब हुए। इस दौरान उन्होंने जया बच्चन का नाम लिए बिना कहा कि फिल्मों में काम करने वाली से मेरी बराबरी कर दी गई। फिल्मों में डांस करने वालों के नाम पर मेरा टिकट काटा गया है। मैंने इसे उचित नहीं समझा। बता दें कि सपा ने नरेश अग्रवाल का टिकट काटकर जया को राज्यसभा का टिकट दिया है, यही वजह है कि अग्रवाल सपा नेता जया बच्चन से नाराज हैं। हालांकि इसी बीच मंच पर बैठे बीजेपी नेताओं को नरेश अग्रवाल के बयान की गंभीरता का अंदाज़ा हो गया। मंच पर राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने अग्रवाल के बयान पर सफाई देते हुए कहा कि चाहे चलचित्र में हो या जीवन के किसी भी क्षेत्र में हो भारतीय जनता पार्टी सभी का सम्मान करती है।
कई बार दे चुके है विवादित बयान
ये कोई पहला मौका नहीं है जब नरेश अग्रवाल ने इस तरह का कोई विवादित बयान दिया हो, इससे पहले भी वह कई बार अपने बयानों को लेकर विवादों में घिरते रहे है। नरेश अग्रवाल ने राज्यसभा में एक बार देवी-देवताओं को लेकर टिप्पणी की थी, उन्होंने कहा था "व्हिस्की में विष्णु बसे, रम में बसे श्रीराम, जिन में माता जानकी और ठर्रे में हनुमान, बोला सियापत रामचंद्र की जय।" इस बयान के बाद बीजेपी सांसदों ने नरेश अग्रवाल को माफी मांगने को कहा था। लेकिन अब वह बीजेपी में ही शामिल हो गए। वहीं एक और बयान में उन्होंने कहा था, गाय अगर माता है तो बैल क्या है?
कई नावों पर सवार हो चुके है नरेश अग्रवाल
नरेश अग्रवाल पहली बार 1980 में कांग्रेस विधायक चुने गए। इसके बाद 1989 से 2008 तक लगातार यूपी विधानसभा के सदस्य रहे। 1997 में उन्होंने कांग्रेस का साथ छोड़ते हुए लोकतांत्रिक कांग्रेस पार्टी का गठन किया। इसके बाद उन्होंने बसपा ज्वाइन की। मायावती पर पैसा लेने का आरोप लगाते हुए पार्टी छोड़ दी। इसके बाद लंबे समय तक सपा में रहे। उन्हें समाजवादी पार्टी में बड़ा वैश्य चेहरा माना जाता था। माना जा रहा है कि नरेश अग्रवाल 2019 में हरदोई से भाजपा के लोकसभा प्रत्याशी भी हो सकते हैं।
Created On :   12 March 2018 8:17 PM IST