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जब एबीसीडी नहीं आती, तब मुझे उपमुख्यमंत्री क्यों बनाया गया था: तेजस्वी

हाईलाइट
- नीतीश कुमार ने कहा था, जिन्हें राजनीति की ए बी सी डी भी नहीं आती है, वे भी मेरे खिलाफ अनाप-शनाप बोलते रहते हैं
- तेजस्वी ने पूछा, जब नीतीश को पता था ए बी सी डी नहीं आती, तब उन्होंने मुझे उपमुख्यमंत्री क्यों बनाया था
डिजिटल डेस्क, पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बयान पर पलटवार करते हुए विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष व पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने शुक्रवार को सवाल उठाया कि नीतीश ने पिछली सरकार में एक अयोग्य व्यक्ति (तेजस्वी) को उपमुख्यमंत्री क्यों बनाया था? तेजस्वी ने पूछा, जब नीतीश को पता था कि इसे ए बी सी डी नहीं आती, तब उन्होंने मुझे उपमुख्यमंत्री क्यों बनाया था, इसका जवाब दें।
इससे पहले, नीतीश ने जदयू की राज्य परिषद की बैठक में विपक्षी नेताओं पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा, जिन्हें राजनीति की ए बी सी डी भी नहीं आती है, वे भी मेरे खिलाफ अनाप-शनाप बोलते रहते हैं। उनके बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए तेजस्वी ने कहा, मुख्यमंत्री जी कहते हैं कि मुझे कुछ नहीं आता? ठीक है चाचा, कुछ नहीं आता.. तब आपने मुझे उपमुख्यमंत्री क्यों बनाया था? मेरे विभागीय कार्यो को देखकर आपको बेचैनी क्यों होने लगी थी?
उन्होंने कहा, हमारे महागठबंधन में कोई घचपच (गड़बड़ी) नहीं है। गठबंधन में जो गड़बड़ी करने की कोशिश कर रहे हैं, उनका चुनाव बाद बुरा हाल होने वाला है। अगले विधानसभा चुनाव में हमलोग 200 सीट से भी आगे बढ़ेंगे। किसी को कोई गलतफहमी नहीं रहनी चाहिए।
तेजस्वी ने सीएजी रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा, बिहार की स्वास्थ्य नीति बदतर और कुप्रबंधन चरम पर है। पूरा बजट खर्च नहीं होता, जो व्यय होता है वह कहां होता है। इसकी कोई पारदर्शिता नहीं। सभी योजनाओं का बुरा हाल है। यह हम नहीं कह रहे, सीएजी की रिपोर्ट कह रही है। तेजस्वी ने नीतीश कुमार को सत्ता में बने रहने के लिए नीति, सिद्धांत और विचार का सौदा करने वाला बताते हुए कहा, आप (नीतीश) 15 साल से सत्ता में हैं, फिर भी आपमें अकेले चुनाव लड़ने का माद्दा नहीं है।
उल्लेखनीय है कि 2015 के विधानसभा चुनाव में जद (यू) महागठबंधन में शामिल था। उस चुनाव में महागठबंधन की जीत हुई थी। महागठबंधन की सरकार में नीतीश मुख्यमंत्री और तेजस्वी उपमुख्यमंत्री बनाए गए थे। बाद में जद (यू) महागठबंधन से अलग हो गया। नीतीश ने जनादेश के अनुरूप बनी सरकार को गिराकर भाजपा की मदद से सरकार बना ली, जिसमें सुशील कुमार मोदी उपमुख्यमंत्री हैं।
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Real Estate: खरीदना चाहते हैं अपने सपनों का घर तो रखे इन बातों का ध्यान, भास्कर प्रॉपर्टी करेगा मदद

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ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।