15 दिसंबर से 5 जनवरी तक चलेगा संसद का शीतकालीन सत्र

winter session of Parliament will begin from 15th December
15 दिसंबर से 5 जनवरी तक चलेगा संसद का शीतकालीन सत्र
15 दिसंबर से 5 जनवरी तक चलेगा संसद का शीतकालीन सत्र

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। संसद के शीत सत्र में लेटलतीफी पर हो रहे आरोप-प्रत्यारोप के बीच केन्द्र सरकार ने आगामी सत्र की तारीखों पर से पर्दा उठा दिया है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि संसद का शीतकालीन सत्र 15 से शुरू होकर 5 जनवरी तक चलेगा। शीत सत्र की तारीखों के सामने आने के बाद उन चर्चाओं पर विराम लग गया है, जिनमें कहा जा रहा था कि इस बार शीत सत्र महज 10 दिनों का हो सकता है। आमतौर पर संसद का शीतकालीन सत्र नवंबर में शुरू होकर दिसंबर के पहले सप्ताह में खत्म हो जाया करता है।

गौरतलब है कि इस बार शीत सत्र में हो रही देरी को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी पर आक्रामक रूख अख्तियार कर रखा है। कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी गुजरात चुनाव से पहले संसद में राफेल सौदे पर बहस से बचना चाहती है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को एक ट्वीट कर पीएम मोदी पर संसद में बहस से बचने का आरोप भी लगाया था। उन्होंने लिखा था, "सच को कितना ही छिपा लो, वह नहीं छिपता। मोदी जी आप छिपना बंद करो और संसद खोलो ताकि देश यह जान सके कि आपने राफेल विमान सौदे में क्या किया है।"

इससे पहले सोनिया गांधी ने सोमवार को कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक को संबोधित करते हुए कहा था कि बीजेपी सरकार शीत सत्र को बेवजह नुकसान पहुंचा रही है। उन्होंने कहा था, "केंद्र सरकार अगामी गुजरात चुनाव की वजह से संसद सत्र को नहीं बुला रही है। मोदी सरकार ने बिना किसी ठोस कारण के संसद के शीत सत्र को नुकसान पहुंचा कर भारत के संसदीय लोकतंत्र पर गहरा आघात किया है।" इसके साथ ही उन्होंने जीएसटी और नोटबंदी को भी निशाने पर लिया था। उन्होंने कहा था, "प्रधानमंत्री जीएसटी के लिए आधी रात को संसद सत्र बुला सकते हैं लेकिन आज संसद का सामना करने से भाग रहे हैं।

हालांकि वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सोनिया गांधी के इन आरोपों को निराधार बताया था। जेटली ने कहा था कि यह पहली बार नहीं हो रहा है। चुनाव के दौरान कांग्रेस भी ऐसा करती रही है। उन्होंने यह भी कहा था कि संसद का सत्र और चुनाव प्रचार एक ही सत्र में न हो, इसलिए हमेशा से ऐसा किया जाता रहा है।

बता दें कि गुजरात में 9 और 14 दिसंबर को मतदान होने हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा केंद्र सरकार के शीर्ष मंत्री इस दौरान चुनाव प्रचार में व्यस्त रहेंगे। इसे देखते हुए सत्र को 14 दिसंबर के बाद शुरू करने का फैसला लिया है।

Created On :   22 Nov 2017 7:34 PM IST

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