दार्जिलिंग से सेना हटने के बाद हिंसक हुआ गोरखा आंदोलन

डिजिटल डेस्क, दार्जिलिंग। पश्चिम बंगाल सरकार के अनुरोध पर दार्जिलिंग से सेना हटाने के बाद गोरखालैंड आंदोलन एक बार फिर हिंसक हो गया है। गुरुवार को आंदोलनकारियों ने दार्जिलिंग के लामाहा में दो सरकारी कार्यालयों में आग लगा दी। पुलिस ने बताया कि गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के समर्थकों ने राजस्व विभाग के कार्यालय और एक पंचायत कार्यालय पर पेट्रोल बम फेंक कर आग लगा दी है।
एक सैन्य अधिकारी ने बताया कि 18 जुलाई को राज्य सरकार की ओर से सेना हटाने के अनुरोध के बाद सेना अशांत पहाड़ी इलाके से हट गयी। सैन्य अधिकारी ने बताया, 'राज्य सरकार के अनुरोध पर 8 जुलाई को दार्जिलिंग में सेना की तैनाती की गई थी। राज्य सरकार की ओर से सेना को हटा लेने की मांग के बाद सेना को फिर से हटा दिया गया है।'
सेना हटने के बाद गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ताओं और क्षेत्र की अन्य पार्टियों ने जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय के बाहर जमकर प्रदर्शन किया। आंदोलनकारियों ने क्षेत्र में इंटरनेट सेवा बहाल करने की मांग की। यहां इंटरनेट सेवा 32 दिनों से ठप्प है।
गोरखालैंड राज्य की मांग कर रहे विभिन्न दलों के एक प्रतिनिधमंडल ने राज्य के राज्यपाल के एन त्रिपाठी से मुलाकात की और क्षेत्र में स्थिति के बारे में एक ज्ञापन सौंपा। यहां कुछ राजनीतिक पार्टियों के कार्यकर्ताओं ने आज सुबह पारंपरिक नेपाली वेशभूषा में रैली भी निकाली। फिलहाल यहां पुलिस सड़कों पर गश्त दे रही है। दार्जिलिंग के आने-जाने के रास्तों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। दवा की दुकानों को छोड़कर सभी दुकानें, रेस्टोरेंट, होटल, स्कूल और कॉलेज बंद है।
Created On :   20 July 2017 11:13 PM IST