Women's day special : इन महिलाओं ने खुद बदली है अपनी तकदीर

Womens day special 2018 in employment sector of nagpur
Women's day special : इन महिलाओं ने खुद बदली है अपनी तकदीर
Women's day special : इन महिलाओं ने खुद बदली है अपनी तकदीर

डिजिटल डेस्क, नागपुर। आज पूरे विश्व में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जा रहा है। हम आपको महाराष्ट्र के नागपुर शहर की ऐसी ही कुछ महिलाओं के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने अपने दम पर नाम कमाया है। वो मेहनत कर अपने बच्चों को ही नहीं पाल रहीं बल्कि समाज में अनूठा संदेश भी दे रही है। ये संदेश है कि नारी अब अबला नहीं रही, वह हर वो काम कर सकती है, जो अब तक पुरुषों के लायक ही माने जाते रहे। आज की नारी पुलिस स्टेशन ही नहीं चला रही, जरूरत पड़ने पर उसने अपने घर की पूरी जिम्मेदारी मजबूत कांधों पर उठा ली है।

 

इस तस्वीर में नजर आ रही महिला का नाम वंदना सोनटके है, इनके दो बच्चे हैं, जिनकी पढ़ाई का पूरा जिम्मा सोनटके पर है। बच्चों को बढ़ाई के लिए रवाना करने के बाद ऑटो स्टार्ट कर निकल पड़ती है, सवारी ढूंढने। इन्हें देखते ही महिला सवारी तुरंत इनके ऑटो में बैठ जाती है। उन्हें सफर भी सुरक्षित लगता है।

 

ई-रिक्शा चला रही माधुरी सवाएथूल दो साल से सुबह–शाम कड़ी मेहनत कर अपना परिवार चला रही हैं। बच्चों की देखरेख के अलावा घर की पूरी जिम्मेदारी इनपर है। शाम तक जो भी पैसे कमातीं हैं, उससे घर का चूल्हा जलता है, तो छोटी मोटी जरूरते भी पूरी होती हैं। माधुरी अपने इस काम से खुश हैं, वो और महिलाओं को संदेश दे रही हैं कि महिला चाहे, तो मेहनत से क्या नहीं कर सकती।

 

भवन निर्माण कार्य में जुटी निर्मला बाई 20 साल से मशक्कत कर रही हैं। इन्होंने महानगर की कितनी ही बड़ी इमारतों को मुकम्मल रूप देने के लिए अपना पसीना बहाया है। घर में तीन बच्चे हैं, पति भी मजदूरी करते हैं, लेकिन पति की कमाई से घर चलाना आसान नहीं था। नतीजतन इन्होंने मेहनत की एक तगाड़ी अपने सिर पर उठा ली। इस तरह ये अपने परिवार की जरूरते पूरी कर रही हैं।

 

तस्वीर में खाकी वर्दी पहने नजर आ रही महिलाओं को देखिए, यह नजारा पुलिस कंट्रोल रूम का है। सिविल लाइन्स के कंट्रोल रूम से महिलाएं शहर के चप्पे-चप्पे पर नजर रख रही हैं। इनकी पैनी नजरों से बचना मुश्किल है।

 

महिला पुलिस हर वो काम कर रही हैं, जो अच्छे अच्छों के बस की बात नहीं हैं। पूरे महानगर की सुरक्षा का जिम्मा मानों इन मजबूत कांधों पर हो।

 

पुलिस कंट्रोल रूम के अलावा महिला कर्मचारी एयर ट्रैफिक कंट्रोल में भी सेवाएं दे रही हैं। डॉ॰ बाबासाहब अम्बेडकर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा देश और दुनिया के कई बड़े शहरों से जुड़ा है। जहां महिला कर्मचारी यात्रियों के आवा गमन और उनकी सुविधाओं का खास ध्यान रख रहीं हैं।

 

इसके अलावा इस बार महिला दिवस खास सौगात लेकर आया है। अजनी रेलवे स्टेशन की कमान पूरी तरह महिलाओँ के हाथ दी गई है। महिला दिवस पर महिलाओँ के हाथों प्रभार सौंपा जाएगा।  मुंबई स्थित माटुंगा रेलवे स्टेशन की तर्ज पर अजनी रेलवे स्टेशन की बागडोर भी  महिलाओं को सौंपने की तैयारी पूरी हो चुकी है। 22 महिलाओं को  8 मार्च अर्थात विश्व महिला दिन के अवसर पर मंडल के विभागीय मंडल प्रबंधक बृजेश गुप्ता प्रभार सौंपेंगे। जहां 22 महिला कर्मचारी तैनात रहेंगीं।

Created On :   7 March 2018 10:49 PM IST

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