Onion Price Hike: प्याज के बढ़ते दामों से आम आदमी हलाकान, सांसत में सरकार, कीमतें काबू में करने के प्रयास शुरू

प्याज के बढ़ते दामों से आम आदमी हलाकान, सांसत में सरकार, कीमतें काबू में करने के प्रयास शुरू
देशभर में अचानक प्याज की कीमत में आई उछाल

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश भर में अचानक बढ़ी प्याज की कीमतों ने जनता की आंखों से आंसू निकालने शुरू कर दिए हैं। पिछले 10 दिनों में अचानक आई प्याज की कीमतों में उछाल के चलते पांच राज्यों में होने वाले चुनाव में इसका असर साफ तौर पर देखने को मिला रहा है। विपक्ष को चुनाव से ठीक पहले बैठे बिठाए एक मुद्दा मिल गया है। जहां सत्तारूढ़ दल के नेता प्याज के बढ़े दामों को लेकर चिंतित नजर आ रहे हैं, वहीं विपक्ष सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। रविवार को मध्य प्रदेश में कांग्रेस के कई प्रवक्ताओं ने प्याज की माला पहनकर राज्य की शिवराज सरकार पर निशाना साधा। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि केंद्र और शिवराज सरकार को प्याज की बढ़ी कीमतों पर जवाब देना चाहिए।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछले हफ्ते प्याज की कीमत खुदरा बाजारों में 30 से 40 रुपये किलोग्राम थी, लेकिन पिछले दो-तीन दिनों में इसकी कीमत 80 से 100 रुपये किलोग्राम पर पहुंच गया है। मंडी व्यापारियों के मुताबिक, दिवाली से पहले प्याज के दामों में कमी नहीं आने वाली है। आइए जानते हैं कि आखिर चुनाव से पहले प्याज की कीमतों में उछाल के पीछे का क्या कारण है?

प्याज के दाम बढ़ने के पीछे की बड़ी वजह

विशेषज्ञ के मुताबिक, प्याज के दामों में अचानक आई वृद्धि के पीछे की बड़ी वजह जमाखोरी है। जिसके चलते मंडी में सप्लाई की कमी आई है और कीमतें आसमान छू रही है। लुधियाना पंजा के न्यूज वेजिटेबल मार्केट के उपाध्यक्ष रिशू अरोड़ा ने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया कि लोग बाजार में प्याज के आखिरी स्टॉक को जमा कर रहे हैं। इसके चलते मार्केट में प्याज की कमी हो रही है। ऐसे में अगर समय रहते कदम नहीं उठाया गया तो आने वाले महीनों में कीमतें 120 से 150 रुपये किलोग्राम तक पहुंच सकती हैं।

थोक विक्रेताओं के मुताबिक, प्याज की नई फसल दिवाली के बाद या नवंबर माह के आखिरी सप्ताह में मंडी में पहुंचेगी। जिसके बाद ही ग्राहकों को राहत मिलेगी। फिलहाल उपभोक्ताओं को कुछ समय के लिए प्याज की कीमतों को झेलना होगा।

प्याज के दाम कम करने में जुटी केंद्र सरकार

इधर, केंद्र सरकार भी प्याज की कीमतों को कम करने में जुट गई है। डीजीएफटी (DGFT) ने प्याज का निर्यात मूल्य 800 डॉलर प्रति टन घोषित करने का फैसला लिया है। ऐसा करने के पीछे की वजह देश में पैदावार होने वाली प्याज बाहर के देशों में जाना कम हो जाएगी। आज तक की खबर के मुताबिक, डीजीएफटी के ऐसा करने से प्याज की कीमत 68 रुपये के आस पास रहेगी। ऐसे में प्याज देश के बाजारों में ज्यादा पहुंचेगा। साथ ही, लोगों को राहत मिलेगी। बता दें कि, नया न्यूनतम निर्यात मूल्य (NEP) 29 अक्टूबर से 31 दिसंबर तक प्रभावी रहेगा।

गौरतलब है कि देश में कुछ माह पहले टमाटर के दाम भी इसी तरह सातवें आसमान पर पहुंच गए थे। उस वक्त दिल्ली-एनसीआर के इलाकों में 300 रुपये किलोग्राम टमाटर बिक रहे थे। लेकिन अब सरकार टमाटर की बढ़े कीमत के दौर से सीख लेते हुए प्याज की कीमत को धरातल पर लाने की कवायद तेज कर दी है। जिसकी पहली झलक डीजीएफटी द्वारा लिए गए फैसले से पता चल रहा है।

जानें किस शहर में प्याज के कितने दाम

दिल्ली- 80 रुपये/किलो

जयपुर- 80 रुपये/किलो

चंडीगढ़- 80 रुपये/किलो

भोपाल- 80 रुपये/किलो

मुंबई- 75 रुपये/किलो

लखनऊ- 70 रुपये/किलो

पटना- 70 रुपये/किलो

Created On :   30 Oct 2023 1:42 PM GMT

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