Operation Sindoor: पाकिस्तान में हुए 'ऑपरेशन सिंदूर' की किसने की थी प्लानिंग? किसकी तरफ से दिया गया था फाइनल अप्रूवल?

- पाकिस्तान में भारत ने सिंदूर ऑपरेशन के तहत दागीं मिसाइलें
- ऑपरेशन की जानकारी थी बहुत ही कम लोगों के पास
- हमले का लास्ट कॉल था अजीत डोभाल का
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पहलगाम में हुए हमले में 26 लोगों की जान गई थी, जिसका बदला आज भारत ने लिया है। 6-7 मई के समय ही रात में भारत के ऑपरेशन सिंदूर ने सभी पाकिस्तानियों की नींद उड़ा दी है। भारत के हमले में पाकिस्तान के कई सारे आतंकी संगठन के ठिकाने राख हो गए हैं। उनमें जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिज्बुल मुजाहिद्दीन जैसे आतंकी संगठन शामिल थे। हमले के करीब 900 आतंकी मौजूद थे। लेकिन इस ऑपरेशन की जानकारी बहुत ही कम लोगों को थी। तो चलिए इस ऑपरेशन की इनसाइड स्टोरी के बारे में जानते हैं।
अजीत डोभाल ने संभाली कमान
शुरू से आखिर तक ऑपरेशन सिंदूर की कमान नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर अजीत डोभाल ने संभाली है। एनटीआरओ (राष्ट्रीय तकनीकी अनुसंधान संगठन) ने भी इसमें काफी अहम भूमिका निभाई है। अजीत डोभाल ने स्पेशल टीम के साथ इस ऑपरेशन को अंजाम दिया है। ऑपरेशन के लिए एक बहुत ही खास टीम तैयार की गई थी। साथ ही कंट्रोल रूम भी बनाया था जिसकी पूरी जिम्मेदारी अजीत डोभाल ने संभाली है।
कैसे किया गया था प्लान?
ऑपरेशन सिंदूर के तहत कई चरणों पर काम हुआ है। सबसे पहले चरण में पाकिस्तान के अंदर चल रही सारी एक्टिविटीज पर इंटेलीजेंस इनपुट इकट्ठा किया गया था। इसके बाद उन ठिकनों की पहचान की गई थी जहां पर आतंकियों ने अपना नया ठिकाना बनाया थआ। इसके बाद सभी टार्गेट्स का चयन हुआ था जहां पर संभावित तौर पर हमला किया जाना था। भारत ने सभी ठिकानों पर कड़ी नजर बनाए रखी थी और हर हरकत की मॉनिटरिंग की जा रही थी। अजीत डोभाल ने हमले का पूरा स्ट्रैटजिक प्लैन तैयार किया था और उसके बाद ही पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात करके उनको पूरे प्लान की जानकारी दी थी।
पीएम मोदी और अजीत डोभाल की हुई थी चर्चा
इस प्लान को लेकर पीएम मोदी और अजीत डोभाल की चर्चा हुई थी। फिर ये फैसला किया गया था कि ऑपरेशन सिंदूर के टार्गेट सिर्फ और सिर्फ आतंकी संगठन ही होंगे। पीएम मोदी से मिलने के बाद से ही ऑपरेशन को अंतिम रूप दिया गया था। इसके बाद एनएसए और पीएम मोदी फिर से मिले थे और पीएम मोदी से हरी झंडी मिलने के बाद आगे की तैयारियां तेज कर दी थीं। हमले की जानकारी बहुत ही कम लोगों को थी और एक कंट्रोल रूम में सब काम किया गया था और अजीत डोभाल ने इसकी कमान संभाली थी।
अजीत डोभाल का था लास्ट कॉल
वहीं, 6 मई को देर रात को ही एनएसए अजीत डोभाल से सिग्नल मिलने के तुरंत बाद ही इंडियन एयरक्राफ्ट ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम देने के लिए मिसाइलें दाग दी थीं और पाकिस्तान में मौजूद आतंकी संगठन के ठिकानों को निशाना बनाया था।
Created On :   7 May 2025 10:23 AM IST