जम्मू -कश्मीर: पीएम मोदी आज चिनाब पर बने मेहराब पुल को राष्ट्र को समर्पित करेंगे, साथ ही कई परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे

- 43,780 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हुई यूएसबीआरएल परियोजना
- सीमावर्ती इलाकों में विकास को मिलेगा रफ्तार
- कटड़ा को मिलेगा पहला अत्याधुनिक मेडिकल कॉलेज
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज चिनाब पर बने मेहराब पुल को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। आर्च ब्रिज में बना ये पुल एफिल टावर से भी ऊंचा है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री माता वैष्णो देवी मंदिर स्थल कटड़ा में 46,000 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का शुभारंभ भी करेंगे।
पीएमओ से मिली जानकारी के अनुसार पीएम मोदी कटड़ा और श्रीनगर के बीच वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी भी दिखाएंगे। जिससे कटड़ा से श्रीनगर तक का सफर तीन घंटे में हो सकेगा। पीएम मोदी सीमावर्ती क्षेत्रों के लिए सड़क परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे और उद्घाटन करेंगे। शोपियां बाइपास सड़क निर्माण की रखेंगे आधारशिला। आज कटड़ा को भी पहला अत्याधुनिक मेडिकल कॉलेज मिलेगा।
पीएम मोदी राष्ट्रीय राजमार्ग-701 पर रफियाबाद से कुपवाड़ा तक सड़क चौड़ीकरण परियोजना और एनएच-444 पर 1,952 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली शोपियां बाइपास सड़क के निर्माण की आधारशिला रखेंगे। वह श्रीनगर में राष्ट्रीय राजमार्ग-1 पर संग्राम जंक्शन और राष्ट्रीय राजमार्ग-44 पर बेमिना जंक्शन पर दो फ्लाईओवर परियोजनाओं का भी उद्घाटन करेंगे। इन परियोजनाओं से यातायात की भीड़ कम होगी और यात्रियों के लिए यातायात का प्रवाह बढ़ेगा।
माता वैष्णो देवी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एक्सीलेंस का करेंगे शिलान्यासप्रधानमंत्री कटड़ा में 350 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाले श्री माता वैष्णो देवी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एक्सीलेंस का शिलान्यास करेंगे। इसमें कहा गया है कि यह रियासी जिले का पहला मेडिकल कॉलेज होगा जो क्षेत्र में स्वास्थ्य देखभाल के बुनियादी ढांचे में महत्वपूर्ण योगदान देगा।
चिनाब पुल दरिया से 359 मीटर की ऊंचाई पर है। पुल का एक अहम प्रभाव जम्मू और श्रीनगर के बीच संपर्क को बढ़ाने में होगा। पुल पर चलने वाली वंदे भारत ट्रेन के माध्यम से कटड़ा और श्रीनगर के बीच यात्रा करने में केवल 3 घंटे लगेंगे, जिससे मौजूदा यात्रा का समय दो से तीन घंटे कम हो जाएगा।
प्रधानमंत्री इसके साथ ही 272 किलोमीटर लंबी उधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेल लिंक (यूएसबीआरएल) परियोजना का भी शुभारंभ करेंगे। यह करीब 43,780 करोड़ रुपये की लागत से बनी है। इसमें 36 सुरंगें (119 किमी तक फैली हुई) और 943 पुल हैं। यह परियोजना कश्मीर घाटी और देश के बाकी हिस्सों के बीच हर मौसम में निर्बाध रेल संपर्क स्थापित करती है, जिसका लक्ष्य क्षेत्रीय गतिशीलता के परिदृष्य को बदलना और सामाजिक-आर्थिक एकीकरण को बढ़ावा देना है।
Created On :   6 Jun 2025 8:48 AM IST