भारत-पाक तनाव के बीच: पीएम मोदी ने सचिवों के साथ हुई हाईलेवल मीटिंग में कई मुद्दों पर की चर्चा

पीएम मोदी ने सचिवों के साथ हुई हाईलेवल मीटिंग में कई मुद्दों पर की चर्चा
  • पीएम मोदी ने सतर्कता, तालमेल और स्पष्ट संचार का किया आह्वान
  • पीएम ने वर्तमान स्थिति से निपटने के लिए मंत्रालयों की योजना और तैयारियों की समीक्षा की
  • राष्ट्रीय सुरक्षा, परिचालन तैयारियों और नागरिक सुरक्षा के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को सचिवों के साथ मीटिंग की। पीएम मोदी ने बैठक में सचिवों को कई मुद्दों को लेकर दिशा-निर्देश दिए। जिनमें देश में आंतरिक सुरक्षा-सतर्कता और परिचालन तैयारियों शामिल है।पीएम मोदी ने सचिवों के साथ हुई हाईलेवल मीटिंग में निरंतर सतर्कता और स्पष्ट संवाद बनाए रखने को कहा। पीएम मोदी की सचिवों के साथ यह अहम बैठक ऑपरेशन सिंदूर के एक दिन बाद हुई।

आपको बता दें प्रधानमंत्री कार्यालय ने बयान जारी कर मीटिंग में जिन मुद्दों पर चर्चा हुई ,उनके बारे में जानकारी दी। बैठक में पीएम मोदी ने जिन मुद्दों पर बात की उनमें नागरिक सुरक्षा तंत्र को मजबूत करना, गलत सूचना और फर्जी खबरों से निपटने के प्रयास,महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे की सुरक्षा सुनिश्चित करना शामिल है। पीएम मोदी ने बैठक में सचिवों से कहा कि मंत्रालयों को राज्य प्राधिकारियों और जमीनी स्तर के संस्थानों के साथ निकट समन्वय बनाए रखना जरूरी है।

सरकारी समाचार एजेंसी पीटीआई से मिली जानकारी के अनुसार पीएम मोदी के साथ हुई उच्च स्तरीय बैठक में भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों और विभागों के सचिव शामिल हुए। बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित हाल के घटनाक्रम को देखते हुए राष्ट्रीय स्तर पर तैयारियों और अंतर-मंत्रालयी समन्वय की समीक्षा की गई।

रिपोर्ट के मुताबिक बैठक में पीएम मोदी ने अधिकारियों से निरंतर सतर्कता, संस्थागत तालमेल और स्पष्ट संचार का आह्वान किया। पीएम ने राष्ट्रीय सुरक्षा, परिचालन तैयारियों और नागरिक सुरक्षा के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता की बात दोहराई गई।

आपको बता दें बैठक में पीएम मोदी ने मौजूदा स्थिति से निपटने के लिए मंत्रालयों की योजना और तैयारी की समीक्षा भी की। सचिवों को अपने-अपने मंत्रालय के कार्यों की व्यापक समीक्षा करने और आवश्यक प्रणालियों के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया, ताकी तत्परता, आपातकालीन प्रतिक्रिया और आंतरिक संचार प्रोटोकॉल पर फोकस किया जाए। मंत्रालयों को सभी प्रकार की उभरती स्थितियों से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा है।

Created On :   8 May 2025 6:38 PM IST

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