Independence Day 2025: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की

- नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर वीरों को श्रद्धांजलि
- 78 साल पहले 15 अगस्त के दिन भारत ने स्वाधीनता हासिल की थी
- हमारे लिए हमारा संविधान और हमारा लोकतंत्र सर्वोपरि है
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर वीरों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
On the occasion of 79th Independence Day, President Droupadi Murmu paid homage to the bravehearts at the National War Memorial in New Delhi. pic.twitter.com/mb1bffeWms
— President of India (@rashtrapatibhvn) August 15, 2025
आज 15 अगस्त को पूरा देश 79वां स्वतंत्रता दिवस समारोह का जश्न मना रहा है। स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने देश के नाम संबोधन दिया है। अपने संबोधन में राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, 'मेरे प्यारे देशवासियों, नमस्कार, स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर आप सभी को मैं हार्दिक बधाई देती हूं। हम सभी के लिए यह गर्व की बात है कि स्वाधीनता दिवस और गणतंत्र दिवस सभी भारतीय उत्साह और उमंग के साथ मनाते हैं। ये दिवस हमें भारतीय होने के गौरव का विशेष स्मरण कराते हैं। 15 अगस्त की तारीख हमारी सामूहिक स्मृति में गहराई से अंकित है। 78 साल पहले 15 अगस्त के दिन भारत ने स्वाधीनता हासिल की थी। चुनौतियों के बावजूद भारत के लोगों ने लोकतंत्र को सफलतापूर्वक अपनाया। लोकतंत्र को अपनाना हमारे प्राचीन लोकतामंत्रिक मूल्यों की सहज अभिव्यक्ति थी। भारत भूमि विश्व के प्राचीनतम गणराज्यों की धरती रही है। इसे लोकतंत्र की जननी कहना सर्वथा उचित है। हमारे द्वारा अपनाए गए संविधान की आधारशिला पर हमारे लोकतंत्र का भवन निर्मित हुआ है। हमने लोकतंत्र पर आधारित ऐसी संस्थाओं का निर्माण किया जिनसे लोकतांत्रिक कार्यशैली को मजबूती मिली।
राष्ट्रपति मुर्मू ने अपने संबोधन में कहा हमारे लिए हमारा संविधान और हमारा लोकतंत्र सर्वोपरि है। प्यारे देशवासियों, हमारे संविधान में ऐसे चार मूल्यों का उल्लेख है जो हमारे लोकतंत्र को सुदृढ़ बनाए रखने वाले चार स्तंभ हैं। ये हैं न्याय, स्वतंत्रता, समता और बंधुता। ये हमारी संभ्यात के ऐसे सिद्धांत हैं जुन्हें हमने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान पुन: जीवंत बनाया है।
Created On :   15 Aug 2025 1:38 PM IST