सिक्किम पर आफत: सिक्किम सरकार ने लगाई केंद्र से गुहार- 'प्रदेश की हालात सामान्य करने के लिए एनडीआरएफ भेजे', बादल फटने से अब तक राज्य में 14 लोगों की मौत

सिक्किम सरकार ने लगाई केंद्र से गुहार- प्रदेश की हालात सामान्य करने के लिए एनडीआरएफ भेजे, बादल फटने से अब तक राज्य में 14 लोगों की मौत
  • सिक्किम पर आसमानी आफत
  • बादल फटने से 14 की मौत, 100 से ज्यादा लापता

डिजिटल डेस्क, गंगटोक। सिक्किम में बादल फटने की वजह से भारी तबाही देखी जा रही है। आसमानी आफत की वजह से सेना के जवान के साथ सैकड़ों लोग लापता बताए जा रहे हैं। प्रदेश सरकार के मुताबिक, बादल फटने की वजह से 14 लोगों की मौत हो गई है। जबकि सेना के जवानों के साथ 100 से ज्यादा लोग लापता हो गए हैं। वहीं बादल फटने की वजह से 26 लोग बुरी तरह से घायल भी हुए हैं जिनका उपचार जारी है।

सिक्किम पर ये कहर बीते दिन यानी 4 अक्टूबर को बरपा। इस खौफनाक मंजर ने सिक्किमवासियों के साथ पूरे देश के लोगों को गहरी चिंता में डाल दिया है। सिक्किम में बादल, राज्य के उत्तरी इलाके में स्थित ल्होनक झील के ऊपर फटा । जिसके बाद तीस्ता नदी में बड़े पैमाने पर जल भर आया, जो राज्य में बाढ़ का कारण बना है। बाढ़ की वजह से 14 लोगों की मौत के साथ 100 से ज्यादा लोग लापता हो गए हैं जिनका रेस्क्यू जारी है। वहीं इस आपदा से भारतीय जवान भी चपेट में आए हैं। जानकारी के मुताबिक, सेना के 23 जवान लापता है जिनकी जानकारी लेने के लिए राज्य सरकार कोशिश कर रही है।

चार अहम पुल गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त

सिक्किम की ताजा हालात को लेकर न्यूज एजेंसी ने बताया कि BRO के प्रोजेक्ट स्वास्तिक के तहत उत्तरी सिक्किम के गंभीर रूप से प्रभावित चुंगथांग और मंगन क्षेत्र में राज्य प्रशासन के समन्वय में बचाव कार्यों के साथ-साथ क्षति को कम करने के लिए अभियान जारी है। क्षेत्र में चार महत्वपूर्ण पुल गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। 200 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है।

3000 पर्यटक फंसे

सिक्किम में बादल फटने और उससे आई बाढ़ केवल प्रदेशवासियों के लिए मुसीबत नहीं बना है बल्कि जो पर्यटक सिक्किम का लुत्फ उठाने आए थे वो भी बाढ़ की चपेट में आए हुए हैं। जानकारी के मुताबिक, राज्य के अलग-अलग हिस्सों में 3000 से अधिक पर्यटक बाढ़ की वजह से फंसे हुए हैं। अचानक बाढ़ की वजह से चुंगथांग में तीस्ता स्टेज 3 बांध में काम करने वाले कई मजदूर अभी भी बांध की सुरंगों में फंसे हुए हैं। जिन्हें निकालने के लिए काम जारी है।

एनडीआरफ संभालेगी मोर्चा

प्रदेश की स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार ने राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल ( National Disaster Response Force) की तीन अतिरिक्त प्लाटून की मांग की है जिसे केंद्र सरकार ने मंजूरी भी दे दी है। रंगपो और सिंगतम कस्बों में एनडीआरएफ की एक प्लाटून पहले से ही सेवा में है।

Created On :   5 Oct 2023 6:29 AM GMT

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