हिंसा के चौथे दिन बाद: सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी के बाद भी चारों ओर सन्नाटा, चप्पे-चप्पे पर जवानों का पहरा, जानिए कैसे है केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के हालात?

सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी के बाद भी चारों ओर सन्नाटा, चप्पे-चप्पे पर जवानों का पहरा, जानिए कैसे है केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के हालात?

डिजिटल डेस्क, लेह। सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी के बाद भी लद्दाख में कर्फ्यू जारी है। हिंसक प्रदर्शनों के चौथे दिन बाद भी लद्दाख के कारगिन और लेह शहर में शनिवार को भी कर्फ्यू लगा हुआ है। आपको बता दें वांगचुक को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत हिरासत में लिया गया है। लद्दाख में चप्पे चप्पे पर भारी तादाद में सुरक्षाकर्मी तैनात है। चारों ओर सन्नाटा पसरा हुआ है। अर्धसैनिक बलों और पुलिस की ओर से गश्त और जांच की जा रही है। पुलिस प्रशासन ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कई प्रतिबंध लगाए हुए हैं।

प्रशासन की ओर से लेह में हिंसा के लिए वांगचुक के भड़काऊ भाषणों को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार हालफिलहाल लद्दाख में शांति बनी हुई, बीते 24 घंटों में कोई अप्रिय घटना की खबर सामने नहीं आई है।

कारगिल सहित केंद्र शासित प्रदेश के कई प्रमुख शहरों में 24 सितंबर को हुई हिंसा के बाद लेह में BNSS, 2023 की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू है। ज़िले में 5 या अधिक व्यक्तियों के एकत्र होने पर प्रतिबंध है। बिना पूर्व लिखित अनुमति के कोई भी जुलूस, रैली या मार्च नहीं निकाला जा सकता। यहां सुरक्षाकर्मी तैनात हैं। निषेधाज्ञा के तहत कड़े प्रतिबंध लागू है।

लद्दाख में सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगचुक की गिरफ़्तारी पर कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा, "प्रधानमंत्री और गृह मंत्री द्वारा किए गए वादों को पूरा करना ही एकमात्र समाधान है, चाहे वो राज्य को लेकर हो, चाहे पूर्ण राज्य के दर्जे को लेकर हो वो दिया जाना चाहिए। गिरफ़्तारी समस्या समाधान नहीं है। आप पिछले दो सालों से मणिपुर को संभाल नहीं पा रहे हैं। लद्दाख सबसे संवेदनशील क्षेत्र है। इसकी सीमा चीन से लगती है।लद्दाख में दमन से काम नहीं चलेगा, सिर्फ़ बातचीत से ही काम चलेगा और जो वादा किया है उसे पूरा करने से होगा


Created On :   27 Sept 2025 1:39 PM IST

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