सुप्रीम फटकार के बाद: गुना के देवा पारदी केस में कोर्ट में सरेंडर करने आए एसआई को सीबीआई ने परिसर से हिरासत में लिया, ले गई दफ्तर

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट की सीबीआई को लगी फटकार के एक दिन बाद देवा पारदी मामले में उपनिरीक्षक उत्तम सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि इससे पहले ये जानकारी मिल रही थी कि एसआई ने सीबीआई के सामने सरेंडर किया है। निरीक्षक अभी भी फरार बताया जा रहा है। टीआई संजीत मावई सीबीआई गिरफ्तर से दूर है।
खबरों से मिली जानकारी के मुताबिक एसआई उत्तम सिंह ने शुक्रवार को अदालत में सरेंडर का आवेदन दिया था। कोर्ट ने आज 27 सितंबर शनिवार की तारीख दी थी। और सीबीआई को बुला लिया गया था। बताया जा रहा है कि जैसे ही एसआई कोर्ट में पहुंचे, सीबीआई ने उसे गिरफ्तार कर लिया और अपने दफ्तर ले गई।
एसआई और टीआई पर पुलिस कस्टडी में देवा पारदी की पिटाई का आरोप है। पिटाई के बाद उसकी मौत हो गई थी। पुलिस हार्ट अटैक से मौत होने की बात कह रही है। गुना जिले के म्याना थाने का मामला है, जिसमें पुलिस कस्टडी के दौरान देवा पारदी की मौत हो गई थी।
संजीव सिंह मावई और उत्तम सिंह कुशवाहा पर दो- दो लाख का इनाम था। ये इनाम सीबीआई ने घोषित किया था। ये पूरा मामला गुना जिले के म्याना थाने मे पुलिस कस्टडी में एक आरोपी देवा पारधी की मौत से जुड़ा हुआ है। दरअसल जिस आरोपी की मौत हुई, उसकी मां का आरोप है, कि उसके बेटे की मौत पुलिस यातनाओं से हुई है, जबकि पुलिस दिल का दौरा पड़ने से मौत होना बता रही है। जब आरोपी की पुलिस थाने में मौत हुई थी, उस वक्त संजीत सिंह मावई निरीक्षक और उत्तम सिंह कुशवाहा सहायक उप निरीक्षक के पद पर तैनात थे।
आपको बता दें पुलिस ने देवा पारदी को चोरी के आरोप में हिरासत में लिया गया था। पुलिस हिरासत में संदिग्ध परिस्थितियों में उसकी मौत हो गई थी। सीबीआई इस केस में उप निरीक्षक देवराज सिंह परिहार, निरीक्षक जुबैर खान और एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर चार्जशीट पेश कर चुकी है। लेकिन मावई और कुशवाहा फरार चल रहे थे। अब सीबीआई ने एसआई कुशवाहा को अरेस्ट कर लिया है, लेकिन टीआई अभी भी फरार हैं। आपको बता दें सुनवाई में शीर्ष कोर्ट ने सीबीआई क एक महीने के भीतर दोनों पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए है, साथ ही एजेंसी को चेतावनी देते हुए कहा है कि पीड़ित के इकलौते चश्मदीद गवाह गंगाराम को कुछ भी हुआ, तो एजेंसी को बख्शा नहीं जाएगा। गंगाराम इस समय न्यायिक हिरासत में हैं। कोर्ट ने गंगाराम की सुरक्षा को लेकर कहा कि वह हिरासत में एक और मौत नहीं देखना चाहता।
Created On :   27 Sept 2025 3:55 PM IST