दो टूक जवाब: भारत का पाक के दोस्त तुर्किए को क्लियर कट जवाब, कहा - 'पाकिस्तान को कहो- आतंकवाद का समर्थन बंद करे'

- भारत और पाक के बीच जारी तनाव
- भारत का तुर्किए को क्लियर कट जवाब
- पाकिस्तान को आतंकवाद का समर्थन बंद करने की दी हिदायत
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत ने पाकिस्तान के दोस्त और समर्थक देश तुर्किए को कड़े शब्दों में संदेश दिया है। भारत ने दो टूक में कहा है तुर्किए पाकिस्तान से कहे कि वह आतंकवाद का समर्थन करना बंद करे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने गुरुवार को कहा कि भारत उम्मीद करता है कि तुर्किए पाकिस्तान से सीमा पार आतंकवाद को समर्थन बंद करने और आतंकवादी तंत्र के खिलाफ कार्रवाई करने का दृढ़तापूर्वक आग्रह करेगा।
तुर्किए को भारत का दो टूक जवाब
रणधीर जायसवाल ने कहा, "हम उम्मीद करते हैं कि तुर्की पाकिस्तान से सीमा पार आतंकवाद को अपना समर्थन बंद करने और दशकों से उसकी ओर से पोषित आतंकी पारिस्थितिकी तंत्र के खिलाफ विश्वसनीय और सत्यापन योग्य कार्रवाई करने का पुरजोर आग्रह करेगा।" उन्होंने कहा, "संबंध एक-दूसरे की चिंताओं के प्रति संवेदनशीलता के आधार पर बनाए जाते हैं।"
इस दौरान रणधीर जायसवाल ने ट्रंप की टिप्पणी पर भी भारत का रुख साफ किया। उन्होंने कहा, "मैंने अपनी पिछली बातचीत में भी कह दिया था कि भारत पाकिस्तान के बीच केवल आपस में ही इस विषय में बात होगी. किसी तीसरे देश की इसमें जरुरत नहीं है। मगर बातचीत और आतंकवाद एक साथ नहीं चलने वाला. जम्मू कश्मीर के किसी भी मुद्दे पर हम किसी तीसरे देश की मध्यस्थता नहीं लेने वाले।"
जायसवाल ने आगे कहा, "जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। जैसा कि आप जानते हैं, लंबित मामला केवल पाकिस्तान की ओर से अवैध रूप से कब्जा किए गए भारतीय क्षेत्र को खाली करना है। पाकिस्तान से केवल POK को खाली करने के मुद्दे पर बात होगी और उसको यह खाली करना होगा।" इसके अलावा जायसवाल ने पाकिस्तान से सिंधु जल संधि के निलंबित किए जाने पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि सिंधु जल संधि तब तक स्थगित रहेगी जबतक कि पाकिस्तान आतंकवाद को बंद नहीं कर देता। खून और पानी एक साथ नहीं बह सकता।
बीजिंग में चीन,पाकिस्तान और अफगानिस्तान की त्रिपक्षीय बातचीत
बता दें, चीन की राजधानी बीजिंग में चीन, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के विदेश मंत्रालय के बीच त्रिपक्षीय बातचीत हुई थी। इस पर रणधीर जायसवाल ने कहा, "हमने कुछ रिपोर्टें देखी हैं। इसके अलावा मुझे और कुछ नहीं कहना है।"
इतना ही नहीं, बल्कि विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर की अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री के साथ बातचीत के बारे में उन्होंने कहा, "हमने एक प्रेस रिलीज जारी की थी। विदेश मंत्री ने पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा करने के लिए कार्यवाहक विदेश मंत्री को धन्यवाद दिया; उन्होंने कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को आगे बढ़ाने पर भी सहमति जताई। विदेश मंत्री ने झूठी और निराधार रिपोर्टों के जरिए भारत और अफगानिस्तान के बीच अविश्वास पैदा करने के हाल के प्रयासों को दृढ़ता से खारिज करने का भी स्वागत किया।"
Created On :   22 May 2025 9:52 PM IST